तस्करी के डीजल में आग:गांव के बीच बना गोदाम धधका 3 माह पहले ही मालिक को अवैध रूप से डीजल बेचते पकड़ा था
- टमकोर का मामला-5 किमी तक दिखाई दी लपटें, आसपास के घरों को खाली करवाना पड़ा
- बुझाने में तीन घंटे लगे, मालिक के खिलाफ मामला दर्ज
मलसीसर के निकट टमकोर गांव में सोमवार सवेरे एक गोदाम में आग लग गई। ग्रामीणों व पुलिस के अनुसार इस गोदाम में अवैध रूप से डीजल-पेट्रोल का स्टाॅक किया हुआ था। जाे हरियाणा से तस्करी कर लाया गया था।
यह गोदाम टमकोर के ही हेमराज प्रजापत का है। जिसे 16 फरवरी को गांव में दुकान पर अवैध रूप से पेट्रोल डीजल बेचते पकड़ा गया था। हालांकि आग को लेकर उसका कहना है कि गोदाम में बारदाना भरा था, लेकिन पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है। मलसीसर थानाधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि हेमराज प्रजापत पुत्र ज्ञानाराम के खिलाफ ज्वलनशील पदार्थ के भंडारण व लापरवाही के चलते ग्रामीणों का जीवन जोखिम में डालने का मामला दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार सवेरे करीब 10 बजे गोदाम से अचानक आग की तेज लपटें और काला धुआं निकलने लगा। जिससे ग्रामीणों में अफरा तफरी मच गई। शुरूआत में तो ग्रामीणों ने अपने स्तर पर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन यह तेजी फैलती गई। इसके बाद लोगों ने पानी के टैंकर के जरिए कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हुए। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और झुंझुनूं व बिसाऊ से दमकल को बुलाया गया। जिसने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
भास्कर पड़ताल : तीन महीने में टमकोर में ही तीन कार्रवाई हुई, गोदाम कभी नहीं पकड़े
- जिसका यह गोदाम है। वह इसमें पेट्रोल डीजल होने से इंकार कर रहा है। भास्कर ने पूरे मामले की पड़ताल की तो सामने आया कि हेमराज पूर्व में अवैध रूप से पेट्रोल डीजल बेचते पकड़ा जा चुका है। रसद विभाग ने 16 फरवरी को एक कार्रवाई कर टमकोर में ही बनी उसकी दुकान से 110 लीटर डीजल जब्त कर उसे पकड़ा था।
- टमकाेर गांव में इस कार्रवाई के अलावा 25 मार्च को एक दुकान से 830 लीटर डीजल बरामद किया गया। 14 मार्च काे पुलिस ने टमकाेर के इरफान काे पकड़कर 1200 लीटर डीजल व 200 लीटर पेट्राेल जब्त किया था। पुलिस व प्रशासन केवल दुकानों पर कार्रवाई करते रहे। इस तरह के गोदाम कभी सामने नहीं आए।
- जिले के दूसरे कई गांवों में भी इसी तरह के गोदाम बने हैं, लेकिन कभी कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई। 19 फरवरी को सुलताना क्षेत्र में 230 लीटर डीजल पकड़ा गया था। 25 फरवरी को गाडाखेड़ा क्षेत्र में 370 और 31 मार्च को बड़ाऊ क्षेत्र में 1030 लीटर डीजल पकड़ा गया था। इन सभी जगहों पर बड़े गोदामों से सप्लाई होती है।
मालिक बोला, अंदर बोरियां थी, पुलिस ने कहा-डीजल के ड्रम थे, सवाल : इतनी भयंकर आग कैसे संभव
आग कुछ मिनटाें में ही इतनी तेज हो चुकी थी आसपास के सारे घर खाली करवाने पड़े। लोगों ने बमुश्किल अपने पशुओं को बाहर निकाला। गोदाम में बिजली का कोई कनेक्शन नहीं है। ऐसे में संभव है कि किसी ने आसपास बीड़ी पीकर यहां फेंकी हो। सवाल उठता है कि आबादी के बीच ऐसे और कितने गोदाम है। गनीमत रही कि आग पर काबू पा लिया। वरना यह कितने ही घरों को खाक कर सकती थी।