कोरोना के कारण जिन बच्चों ने अपने मां—बाप को खोया है उनको सम्बल देने वाली खबर है। जिले के नवलगढ़ की सुबोध स्कूल शिक्षण संस्था के संचालक ने ऐसे बच्चों को निशुल्क पढ़ाने की पहल की है। स्कूल संचालक सुशील कुमार मील ने बताया कि कोविड महामारी में कई लोगों ने अपनों को खोया है। ऐसे कई बच्चे भी है जिनके माता पिता की भी इस महामारी ने जान ले ली है।
ऐसे बच्चों को स्कूल में निशुल्क पढ़ाने का निर्णय लिया गया है। ताकि बच्चों की पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़े। कहीं का भी कोई ऐसा बच्चा है जिसके माता पिता की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई उनको स्कूल में कक्षा एक से 12वीं तक निशुल्क पढ़ाया जाएगा। उन्होंने दावा किया है कि नवलगढ़ में उनकी पहली स्कूल है जिसने ऐसे बच्चों को निशुल्क पढ़ाने का निर्णय किया है।
किताब-कॉपी का खर्च भी खुद ही करेंगे वहन
उन्होंने बताया कि ऐसे बच्चों की न सिर्फ एडमिशन फीस माफ की जाएगी बल्कि किताब व कॉपी का खर्चा भी स्कूल की तरफ से ही वहन किया जाएगा। इसके अलावा बच्चों को घर से स्कूल तक लाने व ले जाने का वाहन का खर्चा भी नहीं लिया जाएगा।
डेथ सर्टिफिकेट लाना होगा साथ
स्कूल में एडमिशन लेने के लिए ऐसे बच्चों को अपने माता—पिता का डेथ सर्टिफिकेट साथ लाना होगा। डेथ सर्टिफिकेट में मौत का कारण कोरोरा संक्रमण होना चाहिए। उन्हीं बच्चों को एडमिशन दिया जाएगा।