साइक्लोन आने की चेतावनी के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर
झुंझुनूं 17 मई। जिले में ताऊ ते साइक्लोन आने की संभावना बनी हुई है। इस संबंध में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला एवं पुलिस प्रशासन भी चाक चौबंद हो गया है। सोमवार को साइक्लोन की तैयारियों के संबंध में वी.सी. के माध्यम से बैठक का आयोजन किया गया। जिला कलक्टर उमर दीन खान एवं पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने आईटी केन्द्र के वीसी रूम से उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि साइक्लोन की वजह से बिजली आपूर्ति, जल आपूर्ति, सड़के, पेड़ टूटने, खंम्भे टूटने जैसी घटनाएं हो सकती हैं, इसके लिए संबंधित विभाग रिप्लेसमेंट टीम को अलर्ट मोड पर रखें। मैन पावर एवं संसाधनों की किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए।
वर्तमान में कोरोना महामारी है इसलिए सबसे पहले जिले के अस्पतालों में भर्ती मरीजों को उपचार में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो, इसके लिए पावर कट होने की स्थिति में जनरेटर या अन्य वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी। इसी प्रकार जिला मुख्यालय पर संचालित ऑक्सीजन प्लांट एवं अन्य महत्वपूर्ण कार्यालयों की विद्युत आपूर्ति की भी वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने नगर पालिकाओं को निर्देश दिए कि वे नालों एवं नालियों की व्यापक सफाई करवा देवें। चिकित्सा विभाग 108 एवं 104 एम्बूलेंस सेवा को अलर्ट रखें। उपखण्ड अधिकारी अपने अपने क्षेतर्् में आवश्यकतानुसार शेल्टर होम की तैयारी रखें, ताकि निचले इलाकों में पानी भरने या किसी मकान के क्षतिग्रस्त होने पर वहां के लोगों को शैल्टर होम में शिफ्ट किया जा सके। इसी प्रकार पानी, भोजन, बिस्तर आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था रखें।
पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि मॉक ड्रिल के माध्यम से तैयारियों को रिफ्रेश कर लेंवे। साइक्लोन से आपसी कम्यूनिकेशन टूटने की संभावना है इसलिए अभी से कायोर्ं की जिम्मेदारियां आपस में बांट लेवें। लोगों को पहले से ही इसके लिए जागरूक करें कि आपात स्थिति में किस प्रकार वे प्रशासन का सहयोग ले सकते हैं। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश प्रसाद गौड़, सीईओ जय प्रकाश नारायण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी तथा उपखण्ड स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।