हनुमानगढ़ में बेरोजगार पशुधन सहायकों ने पशुधन सहायक भर्ती परीक्षा-2022 में धांधली की निष्पक्ष सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। बेरोजगारों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने ज्ञापन ने बताया कि 4 जून 2022 को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से पशुधन सहायक भर्ती परीक्षा करवाई गई थी। भर्ती में विद्याधर नगर (जयपुर) के एक परीक्षा केंद्र में डमी स्टूडेंट पाया गया। इसके अलावा नागौर में पेपर आउट करने के मामले में 3 दलालों को गिरफ्तार किया गया। मामले में पुलिस ने आज तक कोई उचित कार्रवाई नहीं की है। टैगोर विद्या भवन सीनियर सेकेंडरी स्कूल शास्त्री नगर रोड जयपुर परीक्षा सेंटर में 1 अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र से उसके फोटो में हस्ताक्षर नहीं हुए, लेकिन उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। परीक्षा में धांधली का पर्दाफाश होने के बाद भी सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया। अब नतीजों की घोषणा के बाद अप्रत्यक्ष मेरिट ने सभी को हैरान कर दिया है।
बेरोजगार अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार ने जल्दबाजी में मेरिट बनाकर उसको अंतिम रूप दिया और अब सिलेक्ट हुए अभ्यर्थियों को कार्यभार नियुक्त कराने जा रही है, जो गलत है। पशुधन सहायक भर्ती परीक्षा के पेपर में धांधली के कारण मेरिट ज्यादा हुई है, जिसके कारण तैयारी करने वाले बेरोजगार अभ्यर्थियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय हुआ है। सिलेक्शन नहीं होने से कई अभ्यर्थी तनाव में है और कई अभ्यर्थी सुसाइड भी कर चुके हैं। अगर भविष्य में कोई अभ्यर्थी सुसाइड करता है तो उसकी समस्त जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। बेरोजगारों ने पेपर में हुई धांधली की निष्पक्ष जांच करवाकर माफिया के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की।