जिले में आज से लगाई जाएगी बूस्टर डोज़,787 सत्र होंगे आयोजित
हैल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स व 60 से अधिक आयु वर्ग के लोगों (गंभीर बीमारीयों से पीड़ित) के लगेगी कोविड बूस्टर डोज़
झुंझुनूं 10 जनवरी। भारत सरकार व राजस्थान सरकार द्वारा जारी निर्देशानुसार 10 जनवरी 2022 सोमवार से हैल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 से अधिक आयु वर्ग के वह वरिष्ठ नागरिक जो कि गंभीर बीमारीयों ये पीड़ित है उन्हें ही कोविड बूस्टर डोज लगाई जायेगी।
देश में हेल्थ केयर वर्कर्स की संख्या तकरीबन 1 करोड़ है, जिसमें डॉक्टर, नर्स, हॉस्पिटल स्टाफ, आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी वर्कर्स शामिल हैं. वहीं, फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या 2 करोड़ है. इसमें पुलिसकर्मी, केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान, सेना के जवान, होम गार्ड, सिविल डिफेंस संगठन, डिजास्टर मैनेजमेंट वॉलिंटियर्स, नगर निकाय कर्मी शामिल हैं. आरसीएचओ डॉ दयानंद सिंह ने बताया कि जिन हैल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिक को कोविड-19 वैक्सीनेशन की पहली व दुसरी डोज़ लगाई जा चुकी है एवं दूसरी डोज के 9 माह या 39 सप्ताह पूर्ण हो गये है उन्हे कोविड बूस्टर डोज़ लगाई जाएगी इसके लिये सोमवार को 787 जगह सत्रों का आयोजन किया जायेगा ।
आरसीएचओ ने बताया कि निदेशालय से प्राप्त निर्देशानुसार जिले के हैल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिक जो की गम्भीर बीमारी से पीडित है उन्हे कोविड बूस्टर (प्रीकॉशन डोज़) लगाया जाना है।
आरसीएचओ ने बताया कि हर नागरिक का कर्त्तव्य है कि वो वैक्सीन लगवाए व आवश्यक रूप से मास्क पहने, डिस्टेंसिंग मेंटेन करे, अपने खुद के, अपने परिवार के,अपने समाज के हित में सब लोग दोनों वैक्सीन लगवाएं। ये प्रूव हो चुका है दुनिया के अंदर कि जो वैक्सीन लगवा लेता है, कम से कम उसकी मृत्यु होने की संभावना समाप्त हो जाती है, गंभीर नहीं होता है, भर्ती नहीं हो पाता है अस्पताल के अंदर, नौबत ही नहीं आती है, व ऑक्सीजन की आवश्कता नही पडती ये एक बहुत बड़ा मुख्य लाभ है कि वैक्सीन लगाना इसलिए आवश्यक है। मैं उम्मीद करता हूं कि ये हमारी अपील को लोग मानेंगे और वैक्सीन लगवाएंगे और जो प्रोटोकॉल है कोविड का, उसकी पालना करेंगे।
कोविड के नए केस चिंताजनक, सतर्कता और वेक्सीनेशन से टलेगा खतरा
सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि इस समय कोरोना संक्रमण के नये केस चिंता बढ़ाने वाले हैं। इसके बचाव के लिए हमें सतर्कता और कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाना है ‘नो मास्क नो एंटी’ और ‘नो वैक्सीन नो एंट्री’ का सिद्धांत लागू करना होगा। साथ ही अपना और अपने परिजनों का वेक्सीनेशन पूर्ण अवश्य करवाये। 10 जनवरी से शुरू हो रही परकोशन डोज अवश्य लगवाये। विभाग इससे निपटने के लिए मुस्तेद है सेम्पलिंग की संख्या में वृद्धि की गई हैं। अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार किया गया है।