आयुर्वेद निदेशालय अजमेर के सामने पांच सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना आज 21 वें दिन भी जारी रहा ।

आयुर्वेद नर्सेज भर्ती प्रक्रिया में फर्जी डिप्लोमा धारीयो को शामिल करने का मामला चल रहा है उसी मामले को लेकर आयुर्वेद नर्सेज अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं और आठ दिन तक आमरण अनशन भी कर चुके हैं लेकिन आयुर्वेद विभाग की अतिरिक्त निदेशक सीमा शर्मा जी और शासन सचिव श्रीमती विनीता श्रीवास्तव जी ने अनशनकारियों से वार्ता करने के बाद आठवें दिन आमरण अनशन खत्म करवाया था और सात दिन का समय मांगा था लेकिन अभी तक हमारी मांगों को लेकर आयुर्वेद विभाग गम्भीर नहीं है पिछले 21 दिनों से पूरे राजस्थान के आयुर्वेद नर्सेज कर्मियों ने धरना स्थल पर पहुंचकर समर्थन दिया है और हम सभी मिलकर जल्दी ही बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे ।
कुछ फर्जी डिप्लोमा धारक सीधे मंत्रीयो और आयुर्वेद विभाग के उच्च अधिकारियों के पास चक्कर लगा रहे हैं कि जल्दी ही उनको ज्वाइनिंग करवाये ।

आज निदेशक आनन्द जी शर्मा से वार्ता चली और अतिरिक्त निदेशक श्रीमती सीमा शर्मा जी से भी वार्ता करने के बाद अधिकतर अधिकारीयों ने फर्जी डिप्लोमा धारीयो को भर्ती प्रक्रिया से बाहर करने की बात ।आज सोमवार को धरना स्थल पर पूरे राजस्थान के नर्सेज कर्मियों की मीटिंग हुई हमने आर पार की लड़ाई लड़ने का फैसला लिया बड़गुर्जर ने बताया कि अगर दोबारा आमरण अनशन शुरू करना पड़ा तो मैं जरूर आमरण अनशन पर बैठूंगा ।
आज आयुर्वेद नर्सेज कर्मियों में से कम से कम 20,,30 कम्पाउडर और नर्सों ने आज आत्मदाह के लिए भी चेतावनी दी है उनका कहना है कि मेघालय से खरीदे हुए डिप्लोमा धारियों को अंतिम सूची से बाहर नहीं निकाला जायेगा तो अजमेर निदेशालय के मुख्य द्वार के सामने आत्मदाह करेंगे और आज आत्मदाह करने के लिए पोस्ट कार्ड अभियान चलाया जिसमें अधिकतर लड़के लड़कियों ने अपना आत्मदाह करने के लिए आयुर्वेद निदेशक को पोस्टकार्ड लिखे ।