Pashu Kisan Credit Card : क्रेडिट कार्ड योजना भारत में एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इसे 1998 में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) द्वारा पेश किया गया था। यह योजना देश भर में विभिन्न सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों द्वारा कार्यान्वित की जाती है।
पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना के लाभ
पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत, किसी भी किसान को ₹ 1.6 लाख से ₹ 3 लाख तक का ऋण मिल सकता है, जिससे गाय, भैंस, बकरी, भेड़, मुर्गी आदि की पालन की जा सकती है ताकि किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
इसके अलावा, कृषि के अलावा कोई और आय का स्रोत नहीं है, जिसके कारण बहुत बार उन्हें समस्याएं आती हैं, इसलिए यह किसानों के लिए एक पारंपरिक व्यापार की तरह काम करेगा।
मामूली ब्याज दर पर मिलेगा ऋण
पशुधन किसान क्रेडिट कार्ड धारक को सालाना सात प्रतिशत साधारण ब्याज दर पर बैंक द्वारा ऋण दिया जाएगा। अगर कार्डधारक अपने ऋण का समय पर भुगतान करता है तो उसे केंद्र सरकार की तरफ से तीन प्रतिशत ब्याज दर का अनुदान दिया जाएगा। उस पशुपालक को यह ऋण केवल चार प्रतिशत के हिसाब से चुकाना होगा। सात प्रतिशत ब्याज दर के हिसाब से अधिकतम तीन लाख रुपये तक की ऋण राशि पर केंद्र सरकार की ओर से तीन प्रतिशत ब्याज दर का अनुदान दिया जाएगा।
पशु किसान क्रेडिट कार्ड पशुओं पर लोन राशि
• गाय पर लोन – ₹40,783
• भैंस पर लोन- ₹60,249
• भेड़ बकरी पालन के लिए लोन- ₹ 4,063
• मुर्गी पालन के लिए- ₹720

एक साल के अंदर जमा करना होगा ऋण राशि
कार्ड धारक द्वारा ऋण की राशि जरूरत के अनुसार समय-समय पर ली जा सकती है और सुविधा अनुसार जमा करवाई जा सकती है। कार्ड धारक को ऋण राशि निकलवाने या खर्च करने के एक साल की अवधि के अंदर किसी भी एक दिन लिए गए ऋण की पूरी राशि को जमा करवाना अनिवार्य है, जिससे साल में एक बार ऋण शून्य हो जाए।