डूमरा में युवक की मौत का मामला:पांचवें दिन भी नहीं हो सका युवक का अंतिम संस्कार Jhunjhunu News

डूमरा निवासी प्रदीप मेघवाल की माैत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। परिजन उसकी बाेलेराे से टक्कर मारकर हत्या करने का आराेप लगाते हुए आराेपियाें काे गिरफ्तारी की मांग काे लेकर पांच दिन से शव नहीं ले रहे हैं। जबकि दूसरे पक्ष ने इसे दुर्घटना बताते हुए जिला मुख्यालय पर रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और एसपी काे ज्ञापन देकर निष्पक्ष जांच की मांग की। पीड़ित पक्ष की ओर से भीम आर्मी ने भी एसपी, कलेक्टर काे ज्ञापन साैंपकर आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग काे लेकर रात काे कलेक्ट्रेट पर धरना दिया।
सुबह करीब 11 बजे जेजूसर, साेटवारा व डूमरा क्षेत्र के लाेग झुंझुनूं आए। साेटवारा सरपंच के प्रतिनिधि राहुल चाैधरी के नेतृत्व में गांधी चाैक से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली गई। कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। मामले की निष्पक्ष जांच कराने काे लेकर एसपी व कलेक्टर काे ज्ञापन साैंपा। ज्ञापन में बताया कि 8 दिसंबर की रात काे डूमरा गांव में प्रदीप शराब के नशे में सड़क पर बाइक खड़ी करके उसके पास बैठा था। रात करीब 12 बजे एक बाेलेराे गाड़ी की चपेट में आने से उसकी मृत्यु हाे गई।
यह सड़क हादसे का मामला है, जिससे कुछ लाेग राजनीतिक रूप देने का प्रयास कर रहे हैं। इस अवसर पर सुरेंद्र कुमार, मनाेज कुमार, राकेश, अजय सुखवीर समेत अनेक लाेग थे। इधर शाम काे डूमरा गांव के लाेगाें का प्रतिनिधि मंडल भी कलेक्ट्रेट पहुंचा। यहां उन्हाेंने भीम सेना प्रदेशाध्यक्ष रवि कुमार मेघवाल के नेतृत्व में आराेपियाें की गिरफ्तारी की मांग काे लेकर प्रदर्शन किया। एसपी काे ज्ञापन साैंपा। जिसमें बताया कि 7 दिसंबर की रात काे माया हाेटल में खाना खाते समय झगड़ा हुआ था। आराेपी विकास कुमार व उसके साथियाें ने इसी रंजिश के चलते गाड़ी से टक्कर मारकर हत्या कर दी ओर दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया।
पांचवें दिन भी नहीं हो सकी अंत्येष्टि, परिजनों ने नहीं लिया शव
मुकुंदगढ़ . डूमरा के प्रदीप मेघवाल की मौत के मामले में सोमवार को भी परिजनों ने शव नहीं लिया और घटना के पांचवे दिन बाद भी अंत्येष्टि नहीं हो सकी। आठ दिसंबर की रात को वाहन की टक्कर से युवक प्रदीप मेघवाल की मौत के मामले में परिजनों ने हत्या का मामला थाने में दर्ज कराया था। सोमवार को पांचवे दिन भी परिजनों की ओर से शव नहीं लेने के चलते मृतक की अंत्येष्टि नहीं हो सकी। मृतक के परिजन व ग्रामीण आरोपियों को हत्या के मामले में गिरफ्तार करने समेत अन्य मांगों को लेकर अड़े हैं। जिसके चलते शव पिछले पांच दिनों से सीएचसी की मोर्चरी में रखा है।