Greenfield Expressways In Rajasthan : धोरों की धरती राजस्थान में आने वाले समय में सड़कों का जाल बिछाने की पूरी तैयारी भजनलाल सरकार ने कर ली है। प्रदेश में 2750 किमी से अधिक लंबाई के 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressways In Rajasthan) का निर्माण करवाने का कवायद पर तेजी से काम किया जा रहा है। ये ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे प्रदेश में नई दिशा देने का काम करंगे।
अपने बजट भाषण में, वित्त मंत्री दीया कुमारी ने राज्य में 2,756 किलोमीटर की कुल लंबाई वाले नौ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की घोषणा की थी.
एक पीडब्ल्यूडी अधिकारी ने कहा, ‘वर्तमान भाजपा सरकार के ‘विज़न 2047’ के अनुसार, सरकार इन नौ एक्सप्रेसवे में से पांच को 2030 तक पूरा करने का लक्ष्य लेकर चल रही है, जिनकी लंबाई 1,361 किमी है. इनमें जयपुर-जोधपुर-पचपदरा एक्सप्रेसवे, कोटपूतली-किशनगढ़, जयपुर-भीलवाड़ा , बीकानेर-कोटपूतली और ब्यावर-भरतपुर जयपुर-जोधपुर एक्सप्रेसवे शामिल है
राजस्थान के इन जिलों से होकर गुजरेंगे ये नए एक्सप्रेसवे
1. जयपुर-जोधपुर-हाई स्पीड कोरिडोर (350 किलोमीटर)
जयपुर रिंग रोड बालावाला के नजदीक जुड़कर अमृतसर-जामनगर ईकोनामिक कॉरीडोर से कनेक्ट होगा। 350 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे दूदू, किशनगढ़, अजमेर और जोधपुर जिलों को जोड़ेगा। इस रूट पर अभी हाइवे से 390 किलोमीटर दूरी को तय करने में 6 से 7 घंटे लगते हैं। प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे से 3.5 घंटे लगेंगे। लागत 11492 करोड़। जमीन अधिग्रहण 3184 हैक्टेयर।
2. कोटपूतली-किशनगढ़ एक्सप्रेस-वे (181 किलोमीटर)
किशनगढ़ में एनएच-48 और एनएच-448 से जुड़कर कोटपुतली में पनायला एनएच-148 बी तक 181 किलोमीटर लंबा है। बीच में मकराना, रूपनगढ़, नवा कुचामन सिटी, पलसाना में खाटू, खांडेला, चाला, नीम का थाना, कोटपुतली जिले से होकर गुजरेगा। अभी हाइवे से 225 किलोमीटर दूरी और समय 4.5 से 5 घंटे लगते हैं। प्रस्तावित एक्सप्रेस-वे से 2 घंटे ही लगेंगे। लागत 6906 करोड़। जमीन अधिग्रहण 1679 हैक्टेयर।
3. जयपुर-भीलवाड़ा एक्सप्रेस-वे (193 किलोमीटर)
जयपुर रिंग रोड पर एसएच-12 से शुरू होकर भीलवाड़ा में भीलवाड़ा बायपास तक 193 किलोमीटर लंबा है। बीच में चित्तौरा, बिछी, फागी, रनोली, झिराना, केकड़ी, शाहपुरा जिले को जोड़ते हुए निकलेगा। अभी हाइवे से 206 किलोमीटर और समय 3.6 से 4 घंटे का समय लगता है। एक्सप्रेस-वे से 2 घंटे लगेंगे। लागत 6894 करोड़। जमीन अधिग्रहण 1777 हैक्टेयर।
4. बीकानेर-कोटपूतली एक्सप्रेस-वे (295 किलोमीटर)
बीकानेर में एनएच-11 और एनएच-62 के कटाव बिंदू से शुरू होकर कोटपूतली में एनएच-148बी पर पनियाला मोड पर जुड़ेगा। इसकी कुल लंबाई 295 किलोमीटर है। अभी हाइवे से 340 किलोमीटर और समय 5.8 से लेकर 6 घंटे लगते हैं।एक्सप्रेस-वे से 3 घंटे का समय लगेगा। लागत 10839 करोड़।
5. ब्यावर-भरतपुर एक्सप्रेस-वे (342 किलोमीटर)
ब्यावर में एनएच-58 से शुरू होकर भरतपुर में एनएच-21 तक 342 किलोमीटर लंबा है। अभी हाइवे से 370 किलोमीटर और समय 6.6 घंटा लगता है। एक्सप्रेस-वे से 3.5 घंटे लगेंगे। लागत 14010 करोड़ । जमीन अधिग्रहण 3175 हैक्टेयर।
6. जालोर-झालावाड़-हल्दीघाटी एक्सप्रेस-वे (402 किलोमीटर)
यह जालोर में अमृतसर-जामनगर ईकॉनोमिक कोरीडोर से शुरू होकर झालावाड़ में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा। इसकी लंबाई 402 किमी है । अभी हाइवे से 578 किलोमीटर और समय 10.3 घंटे लगेंगे। एक्सप्रेस-वे से 4 घंटे लगेंगे। लागत 16267 करोड़। जमीन अधिग्रहण 3618 हैक्टेयर।
7. अजमेर-बांसवाड़ा एक्सप्रेस-वे (358 किलोमीटर)
जयपुर-किशनगढ़-अजमेर-जोधपुर प्रस्तावित रूट (नागौर जिले में जसवंतपुरा गांव के पास आने वाला एक्सप्रेस-वे), अजमेर से शुरू होकर बांसवाड़ा में सालिया गांव के पास एनएच-927ए पर जुड़ेगा। लंबाई 358 किमी। अभी हाइवे से 390 किमी और समय 7.3 घंटे अब 3.5 घंटे ही लगेंगे। लागत 12582 करोड़।
8. जयपुर-फलौदी थार एक्सप्रेस-वे (345 किलोमीटर)
उत्तरी जयपुर की रिंगरोड से शुरू होकर फलौदी कस्बा में एनएच-11 से जुड़ेगा। कुल लंबाई 345 किलोमीटर है। अभी हाइवे से 410 किलोमीटर और समय 7 घंटे लगते हैं। एक्सप्रेस-वे से 3.5 घंटे लगेंगे। लागत 11112 करोड़।
9. श्रीगंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेस-वे (290 किलोमीटर)
श्रीगंगानगर में रीको इंडस्ट्रियल एरिया में बायपास से शुरू होकर कोटपुतली में मंडलाना गांव में नरनौल बायपास पर जुड़ेगा। इसकी लंबाई 290 किमी है। अभी हाइवे से 350 किलोमीटर और समय 6.8 घंटे लगते हैं। एक्सप्रेस-वे से महज 3 घंटे लगेंगे। लागत 12049 करोड़। जमीन अधिग्रहण 2700 हैक्टेयर।