P M Kisan Rin Portal: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किसान ऋण पोर्टल (केआरपी) को लॉन्च कर दिया है। इस पोर्टल को कई सरकारी विभागों के सहयोग से विकसित किया गया है और यह किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) के अंतर्गत क्रेडिट सेवाओं तक पहुंच प्रदान करेगा।
यह डिजिटल प्लेटफॉर्म किसान डेटा, लोन वितरण की जानकारी, ब्याज सहायता और योजना की प्रगति के बारे में जानकारी देगा
किसान ऋण पोर्टल को लेकर क्या है पूरा प्लान?
किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लोन लिए खाताधारकों से जुड़ी जानकारियां अब किसान ऋण पोर्टल पर आसानी से उपलब्ध होंगी. मालूम हो कि ऐसी कोई सुविधा पहले नहीं थी. इसके साथ ही सभी किसान क्रेडिट कार्ड खाताधारकों का वेरिफिकेशन आधार कार्ड के जरिए किया जाएगा. इससे पात्र किसानों को लोन सहायता पहुंचाने में मदद मिलेगी. वहीं, सरकार इस पोर्टल के माध्यम से योजना के लाभार्थियों और चूक गए किसानों का आकलन कर सकेगी.
”घर घर केसीसी अभियान” की शुरुआत
इसके साथ ही “घर घर केसीसी अभियान” की शुरुआत की गई है. यह भारत में सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) योजना का लाभ प्रदान करने वाला एक महत्वाकांक्षी अभियान है.
इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि देश के सभी किसानों की लोन सुविधाओं तक बिना किसी बाधा के पहुंच हो सके जिससे उनके कृषि कार्य बिना किसी व्यवधान के आसानी से हो सके.
देश में KCC खातों की संख्या 7.35 करोड़। किसान ऋण पोर्टल से किसानों को मिलेगा लाभ
एक बयान से जाना जाता है कि 30 मार्च तक लगभग 7.35 करोड़ केसीसी अकाउंट थे। और उन केसीसी खातों की कुल स्वीकृत धनसीमा 8.85 लाख करोड़ रुपये है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सरकार ने 2023 की फाइनेंशियल ईयर के अप्रैल-अगस्त के बीच 6,573.50 करोड़ रुपये के कृषि ऋण वितरित किए हैं वह भी रियायती ब्याज दरों पर ।
केसीसी की सुविधाएं बढ़ाने के लिए घर-घर अभियान चलाया जायेगा. और वे ‘पीएम-किसान’ के तहत प्रति वर्ष 6,000 रुपये प्राप्त करने वाले गैर-केसीसी धारकों तक पहुंचेंगे।
WIND पोर्टल को लेकर मंत्रालय ने कहा है कि मैनुअल मौसम सूचना नेटवर्क डेटा सिस्टम (WINDS) पहल के प्रभाव को बढ़ाता है. इस पोर्टल को जुलाई में लॉन्च किया गया था. कृषि संबंधी निर्णय लेने के लिए WIND पोर्टल किसानों के लिए बड़ा मददगार साबित होगा. इस पोर्टल के जरिए किसान मौसम डेटा एनालिसिस कर पाएंगे, जो उन्हें फसल बुवाई और कटाई के लिए सही फैसला लेने में मदद करेगा और फसल उत्पादन समेत अन्य जोखिम को कम करेगा.
क्या है किसान क्रेडिट कार्ड
किसानों को कम दर पर लोन प्रोवाइड कराने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) की शुरुआत 1998 में की गई थी. उस समय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी. केसीसी के तहत 3 से 4 फीसदी की दर पर लोन प्रोवाइड कराया जाता है. 50 हजार के लोन पर प्रोसेसिंग फीस नहीं लागू होता है. यह लोन किसानों को कृषि यंत्र खरीदने, खेती करने या फिर अन्य खेती संबंधी काम के लिए दिया जाता है.
केसीसी आवेदन करने के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड और पैन कार्ड
- ग्राम पंचायत डोक्यूमेंट्स (किसान के जमीन का मालिकाना प्रमाणपत्र, खेत का नक्शा)
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- आय प्रमाण पत्र (किसान की आय के आधार पर)
- बैंक खाता पासबुक या बैंक स्टेटमेंट.
किसान क्रेडिट कार्ट के लिए कैसे करें आवेदन
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए आपको अपने नजदीकी किसान क्रेडिट कार्ड केंद्र (KCC) या आपके बैंक के शाखा में जाना होगा. इसके बारे में पूरी जानकारी किसी भी बैंक के वेबसाइट से ली जा सकती है.
इसके साथ ही, आप इसके बारे में नजदीकी सीएससी सेंटर से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. अपने बैंक या किसान क्रेडिट कार्ड केंद्र से आवेदन पत्र पाप्त करें. फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरें और सभी आवश्यक दस्तावेज़ के साथ जमा करें.
जमा किए गए आवेदन पत्र और दस्तावेज़ को आपके बैंक या किसान क्रेडिट कार्ड केंद्र की ओर से समीक्षा किया जाएगा. यदि सभी दस्तावेज़ और आवेदन प्राप्त हैं और सही हैं, तो आपका आवेदन अनुमोदित किया जाएगा.
जब आपका आवेदन अनुमोदित होता है, तो आपको किसान क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने के लिए सूचित किया जाता है. यह कार्ड आपके बैंक खाते से जुड़ा होता है और आपको ऋण प्राप्त करने और खेती से संबंधित वित्तीय सेवाओं का उपयोग करने की अनुमति देता है.
हालांकि, विभिन्न बैंकों और किसान क्रेडिट कार्ड केंद्रों की प्रक्रिया और आवश्यकताएं अलग-अलग हो सकती हैं, इसलिए सबसे अच्छा है कि आप अपने स्थानीय बैंक से विवरण प्राप्त करें और उनकी मांग के अनुसार कार्रवाई करें.