बाईक रैली निकाल कर दिया जागरूकता का संदेश
झुंझुनूं, 09 अक्टूबर। अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस सप्ताह के तहत तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 150वीं जयंती एवं आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में शनिवार को ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ‘‘ बाईक रैली का आयोजन किया गया गया। पुलिस लाईन से प्रारम्भ हुई इस रैली को जिला कलक्टर उमर दीन खान एवं पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया। डीजे पर चलते देश भक्ति गीतों की धुन के साथ महिलाओं एवं बालिकाओं ने बुलैट बाईक, स्कूटी सहित अन्य दो पहिया वाहनों से रैली निकालकर बेटियों को आगे बढ़ने के संदेश के साथ जागरूकता रैली निकाली। शहर के हवाई पट्टी चौराहा, पीरू सिंह सर्किल चौराहा, तीन नम्बर रोड़, अग्रसेन सर्किल, मोतीलाल कॉलेज, पीपली चौक, मंड़ावा मोड़ होते हुए बाईक रैली शहीद स्मारक पार्क में विसर्जित हुई। शहीद स्मारक पार्क में जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के सानिध्य में शहीद वेदी पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धाजंलि अर्पित की। जिला कलक्टर ने कहा कि जिले का नाम देश रक्षा में पहले स्थान पर आता है और आज महिलाओं द्वारा यहां आकर शहीदों का श्रद्धाजंलि अर्पित करना अपने आप में गौरवान्वित होने की बात है।
सूचना केन्द्र में हुआ समापन समारोह :- बाईक रैली का समापन समारोह सूचना केन्द्र सभागार में आयोजित किया गया। जिला कलक्टर उमर दीन खान एवं पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुए इस समारोह में बाईक रैली में भाग लेने वाली बालिकाओं और महिलाओं को प्रमाण पत्र एवं उपहार भेंट किए गए। समारोह को सम्बोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि ऎसे आयोजन से महिलाओं के सशक्तिकरण में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षित जिला होने के बावजूद आज से कुछ वर्ष पहले जिले का लिंगानुपात सबसे कमजोर था, परन्तु जिले के लोगों की सोच बदली और हालात बदले जिसकी बदौलत पिछले पायदान पर रहने वाला जिला अब अग्रणीय जिलों में शामिल होकर अन्य जिलों के लिए मिसाल बना है। उन्होंने कहा कि ऎसे आयोजनों से बेटियों के मन में जो झिझक होती है उनको दूर किया जा सकता है और उन्हें समाज में अपनी पहचान कायम करने में मदद मिलती है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आज जैसा प्लेटफार्म महिलाओं के लिए अपने आप में अनूठा था, इससे महिलाओं को यह संदेश मिलेगा कि वे भी पुरूषों के बराबर बाईक चलाकर अपनी काबलियत दिखा सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग महिलाओं एवं बेटियों के मान-सम्मान के लिए हमेशा तैयार रहेगा। उन्होंने बताया कि पुलिस लाईन में आत्मरक्षा के संबंध में शिविर आयोजित होते है जिसमें महिलाओं को टिप्स दिए जाते है। उन्होंने पीसीपीएनडीटी के तहत होने वाली कार्रवाई के लिए भी जिले के अधिकारियों एवं इस क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं को साधुवाद दिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार मीणा ने कहा कि उनके बेटी नहीं है, लेकिन वे बेटियों का मोल बखुबी समझते है। उन्होंने कहा कि जब बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं अभियान प्रारम्भ हुआ तो जिले का ग्राफ सबसे नीचे था, मगर आज सभी की मद्द से परिणाम बदलें है। उन्होंने अपील की कि बेटियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ उनका सहयोग करना भी अति आवश्यक है। क्योकि काबलियत को निखारने के लिए हालात हावी नहीं होने चाहिए।
महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला ने बताया कि जिले में जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग एवं विभागों के आपसी तालमेल का ही परिणाम है कि जिले ने लिंगानुपात में अपनी काबलियत पेश की है। उन्होंने कहा कि आज जिले में बेटों की तुलना में बेटियां ज्यादा पैदा हो रही है। विभाग द्वारा बेटी के जन्म पर जिला कलक्टर की ओर से बधाई संदेश दिए जाते है। अब तक जिले में 1 लाख 25 हजार से अधिक महिलाओं को बेटी जन्म पर बधाई संदेश दिए जा चुके है।
इनकी रही उपस्थिति ः बाईक रैली में गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक मुरारी सैनी, अतिरिक्त जिला कलक्टर जगदीश प्रसाद गौड़, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार मीणा, एसडीएम शैलेश खैरवा, महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक विप्लव न्यौला, आईसीडीएस के उप निदेशक विजेन्द्र राठौड़, सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर, एलडीएम रतन लाल, सीडीपीओ ज्योति रेपस्वाल, बाल विकास परियोजना अधिकारी उषा कुलहरी सहित विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
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