झुंझुनूं : महिला अधिकारिता विभाग की ओर से 11 दिवसीय अमृता हाट का विधिवत शुभारम्भ शुक्रवार को शहीद पीरू सिंह स्कूल के खेल मैदान में किया गया।
इस अवसर पर मंडावा विधायक रीटा चौधरी, जिला कलक्टर उमरदीन खान, बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के चैयरमेन आर.सी. गग्गड़, पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने हाट का फीता काटकर इसका शुभारम्भ किया गया। इसके बाद बाजार में महिलाओं एवं स्वयं सहायता समूहों की ओर से लगाई गई उत्पादों की स्टॉलों का अवलोकन किया गया। समारोह में अतिथियों की ओर से केक काटने के बाद पूजा पत्नी मनोज, तारा पत्नी दौलत सिंह, सुमन पत्नी नरेश को बेबी किट का वितरण किया गया। इसके बाद कैरी बैग का वितरण करवाया गया।
अतिथियों द्वारा इस अवसर पर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ कलैण्डर तथा अमृता हाट पोस्टर का विमोचन किया गया। समारोह के दौरान विभाग की ओर से 6 साथिन संतोष देवी, बीनू बारी, गुंजन कंवर, अनिता, मोटी बाई, पार्वती को मोबाईल फोन का वितरण किया गया। इस दौरान स्वयं सहायता समूहों को बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक द्वारा 2.51 करोड़ के ऋणों का वितरण किया गया, वहीं महिला उद्यमी के रूप में कमला पत्नी कमलेश को 14 लाख रूपए तथा अरूण कंवर तथा मीना देवी को इंद्रा महिला शक्ति प्रोत्साहन योजना के तहत 2.85 लाख रूपए का ऋण का वितरण किया गया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मंडावा विधायक रीटा चौधरी ने कहा कि राजस्थान में कहीं भी चले जाएं, झुंझुनूं जिले की महिलाएं हर जगह हर क्षेत्र में काम करती हुई मिलेंगी। अपना जिला महिला सशक्तिकरण की अन्य जिलों के लिए मिसाल है। उन्होंने कहा कि महिला अधिकारिता विभाग की ओर से जो यह अमृता हाट बाजार लगाया गया है, इस तरह के हाट बाजार महिला सशक्तिकरण के लिए बहुत बड़ा मंच साबित होता है। उन्होंने कहा कि महिलाएं यहां पर अपने द्वारा बनाए जाने वाले प्रोडक्ट प्रदर्शित करने तथा उनको सेल करने का कार्य कर सकती है। उन्होंने विधायक कोष से महिलाओं के लिए प्रतीक्षालय बनाने की भी घोषणा की।
राजस्थान बड़ौदा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष आरसी गग्गड़ ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह के उत्पादों की बिक्री के लिए यह मंच वास्तव में सार्थकता पैदा करते है। यहां पर महिलाओं द्वारा उत्पादों की बिक्री करना उनके लिए आत्म निर्भरता के प्रति जागरूक करने जैसा होगा। पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने कहा कि काम के प्रति समर्पण तथा विभागीय मार्गदर्शन में जिस सशक्तिकरण की ओर महिलाएं आज बढ़ रही हैं वो काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित राज्य में नक्सलवाद को खत्म करने में महिलाओं की भागीदारी विशेष रूप से रही यह महिला सशक्तिकरण का बहुत बड़ा उदाहरण है। बीआरकेबीजी के क्षेत्रीय मैनेजर योगेश शर्मा ने कहा कि देश की तरक्की में महिलाओं का शिक्षित और जागरूक होना भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उनके बैंक की तीन शाखाएं पूर्णतया महिलाओं द्वारा संचालित है, जहां पर मैनेजर से लेकर नीचे तक के सभी पदों पर महिला कर्मचारी की कार्य कर रही है। आईसीडीएस के उपनिदेशक विजेंद्र राठौड़ ने कहा कि विभाग की सहभागिता से आयोजित होने वाले ऎसे आयोजन महिलाओं के आत्मनिर्भरता के लिए आवश्यक है।