Diwali Pooja : आज देशभर में धूमधाम से दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की कृपा प्राप्ति के लिए दीवाली (Diwali 2025) का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
साथ ही धन लाभ के योग बनते हैं। शास्त्रों में इसे तमस से ज्योति की ओर ले जाने वाला पर्व कहा गया है अर्थात् अज्ञान से ज्ञान की ओर यात्रा।
दिवाली के दिन अमावस्या तिथि होती है, जो सामान्यतः अंधकार का प्रतीक मानी जाती है लेकिन इस दिन शुभ मुहूर्त में की गई लक्ष्मी पूजन और दीप प्रज्वलन से नकारात्मकता शांत होती है और सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती है।
दिवाली पर गणेश-लक्ष्मी पूजन हमेशा शुभ मुहूर्त में करना उत्तम माना गया है, ताकि पूजन का पूर्ण फल प्राप्त हो सके। आइए जानते हैं दिवाली पर गणेश-लक्ष्मी पूजन मुहूर्त…
लक्ष्मी-गणेश पूजन का शुभ मुहूर्त
लक्ष्मी (Diwali Pujan Time 2025) पूजा मुहूर्त – शाम 07 बजकर 08 मिनट से रात 08 बजकर 18 मिनट तक
प्रदोष (Diwali Timing 2025) काल – शाम 05 बजकर 46 मिनट से रात 08 बजकर 18 मिनट तक
वृषभ (Diwali 2025 Puja Muhurat) काल – रात 07 बजकर 8 मिनट से रात 09 बजकर 03 मिनट तक
पूजा विधि
सजावट: घर के मुख्य द्वार को आम के पत्तों और फूलों से सजाएं। पूर्व या ईशान कोण में एक चौकी रखें और उस पर लाल या गुलाबी वस्त्र बिछाएं।
स्थापना: चौकी पर सबसे पहले भगवान गणेश और फिर उनके दाहिनी ओर मां लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें।
संकल्प और दीप प्रज्वलन: चौकी पर गंगाजल छिड़कें और पूजा का संकल्प लें। घी या तेल का एकमुखी दीपक जलाएं।
पूजा सामग्री: मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को फूल, फल, मिठाई, और विशेष रूप से खील-बताशे अर्पित करें।
मंत्र जाप और आरती: मंत्रों का जाप करें और फिर उनकी आरती उतारें।
अन्य कार्य: पूजा के दौरान शंख ध्वनि करें। दीपावली की रात दीपक जलाकर घर को रोशन करें।
सात्विकता: पूजा और भोजन में सात्विकता का विशेष ध्यान रखें और शुद्ध और सात्विक भोजन ही ग्रहण करें।
