
प्रदेश में 6 महीने में इलेक्ट्रॉनिक बसों को शुरू किया जाएगा। सबसे पहले दिल्ली-जयपुर रूट पर बसों को चलाया जाएगा। परिवहन मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला ने परिवहन विभाग के किए जा रहे नवाचारों की जानकारी दी। ओला ने झुंझुनूं जाते हुए सीकर में कार्यकर्ताओं से मिले। सर्किट हाउस में मीडिया से बात की। इस दौरान राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बयान पर कुछ भी कहने से बचते नजर आए।
प्रदेश के 3400 से ज्यादा एक्सीडेंट हॉटस्पॉट की होगी मरम्मत
यातायात एवं परिवहन मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला ने बताया कि प्रदेश में फिलहाल 3400 से ज्यादा एक्सीडेंट हॉटस्पॉट है। जिनकी मरम्मत के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग, लोकल गवर्निंग बॉडी और नोडल विभागों का सहयोग लेते हुए उनकी जल्द से जल्द मरम्मत करवाई जाएगी। जिसके लिए अलग से बजट जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सबसे ज्यादा ट्रोमा सेंटर है। घायल हुए लोगों के लिए विभाग ने 34 करोड़ रुपए का बजट दिया है। सड़क हादसे में घायलों को इलाज के लिए उचित सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही प्रदेश की मेडिकल कॉलेजों के लिए 32 करोड़ रुपए का बजट जारी किया गया है।
10000 लोगों से अंगदान के लिए प्रतिज्ञा-पत्र भरवाए
राजस्थान में स्वेच्छा से अंगदान करने की व्यवस्था की है। अब तक करीब 10000 लोगों से प्रतिज्ञा-पत्र भरवाए जा चुके हैं। ऐसे में यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके अंगों से दो से तीन लोगों को नया जीवनदान मिल सकता है।ओला ने कहा कि परिवाहन विभाग को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जाएगा।

जल्द ही राजस्थान में चलेगी इलेक्ट्रिक बस
राजस्थान में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के बारे में बताते हुए मंत्री ने कहा कि अभी भी कुछ गांव ऐसे हैं जहां सार्वजनिक परिवहन की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में इन गांवों में अतिरिक्त बसों का संचालन किया। जिसके लिए नई बसों की खरीद कर उन्हें शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही राजस्थान में इलेक्ट्रिक बसों के लिए भी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास रहेगा कि 6 महीने के भीतर ही दिल्ली-जयपुर रोड पर हम इलेक्ट्रॉनिक बसों का संचालन करें। रोडवेज के कर्मचारियों को समय पर वेतन दिया जाएगा।
राजेंद्र गुढ़ा के बयान पर नहीं बोले
हाल ही में राजस्थान में हुए मंत्रिमंडल पुनर्गठन के बाद राज्य मंत्री बने राजेंद्र गुढ़ा के दिए जा रहे विवादित बयानों के बारे में ओला ने कहा कि मैं तो सोनिया गांधी की सेना का एक कार्यकर्ता हूं। ऐसे में इन बातों का जवाब या तो मंत्री खुद या फिर प्रदेश नेतृत्व ही दे सकता है।
स्थानीय विधायक नहीं रहे कार्यक्रम में मौजूद
मंत्रिमंडल के पुनर्गठन में यातायात एवं परिवहन मंत्री बनने के बाद पहली बार सीकर में हुए बृजेंद्र सिंह ओला के स्वागत कार्यक्रम में सीकर के स्थानीय विधायक राजेंद्र पारीक के पूरे कार्यक्रम के दौरान ही अनुपस्थित रहे।