सीकर कलेक्ट्रेट के बाहर आज कटराथल गांव के परिवार ने 2 घंटे तक धरना दिया। परिवार ने पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और अन्य कुछ लोगों पर अपनी 50 करोड़ की जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। मामले में परिवार ने डीएम अविचल चतुर्वेदी को ज्ञापन देकर पुलिस में मामला दर्ज करवाने और सीबीआई जांच करवाने की मांग की है।
सीकर के कटराथल की रहने वाली विमलेश देवी खीचड़ ने बताया कि उनकी कटराथल में यूनिवर्सिटी के पास 11.50 बीघा जमीन है। जिसकी मार्केट वैल्यू 50 करोड़ रुपए है। यह जमीन उसके ससुर मोहनलाल खीचड़ ने अपने पोते हरदम को गिफ्ट की थी। जो कानूनी रूप से सही नहीं थी। ऐसे में पड़ोसी राकेश ने जमीन पर भैसों का लोन दिलवाने के नाम पर सीकर में एसपी ऑफिस के पीछे उहरदम से साइन करवा लिए थे। इसके बाद राकेश ने शीशराम, सुल्तान समेत कुछ साथियों के साथ मिलकर उस जमीन पर एक करोड़ 70 लाख का लोन ले लिया। जिसे ओवरड्यू करवाकर राकेश और उसके साथियों ने बैंक की कुर्की का डर दिखाया। लोन की राशि में से 1रुपए भी हरदम या विमलेश के पति महिपाल को नहीं दिया गया। राकेश और उसके साथी हरदम और महिपाल को पीसीसी चीफ डोटासरा के घर पर ले गए। जहां डोटासरा ने कुछ दिनों के लिए जमीन अपने नाम करवाने की बात कही। जिसके बाद आरोपियों ने जमीन डोटासरा की पुत्रवधू मोनिका, शीशराम निवासी भादवासी और कुड़ली के रहने वाले मनोज आर्य समेत कुछ लोगों के नाम करवा दी। विमलेश का आरोप है कि जमीन से करीब ₹1 करोड़ की मिट्टी भी इन लोगों ने बेच दी। जिसका भी एक रुपया उन्हें नहीं दिया गया। विमलेश का कहना है कि जब वह डोटासरा के घर पर गई तो वहां उसे धमकियां दी गई। मामले में विमलेश के परिवार ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर पुलिस में मामला दर्ज करवाने आई मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है।