Greenfield Expressway : राजस्थान में राज्य सरकार द्वारा नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की बड़ी सौगात दी गई है। जोकि जयपुर-भीलवाड़ा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे शामिल है। जोकि 193 किलोमीटर लंबा है। इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि पिंकसिटी जयपुर और टेक्सटाइल सिटी भीलवाड़ा में लगभग 60 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी।
केकड़ी जिले से जयपुर-भीलवाड़ा व भरतपुर-ब्यावर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे की डीपीआर बनाने के लिए उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने मंजूरी दे दी है। इन दोनों मार्गों के बनने से केकड़ी में औद्योगिक विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। जयपुर-भीलवाड़ा एक्सप्रेस वे 193 किलोमीटर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे बनने से करीब 5 जिलों को फायदा मिलेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए 9864 करोड रुपए की लागत आएगी।
यह एक्सप्रेस वे एक नेशनल हाईवे व 6 स्टेट हाईवे को क्रॉस करेगा। एक्सप्रेस वे में 17 एचएलबी व 17 छोटे पुल बनेंगे। इसमें 6 फ्लाई ओवर बनाना भी प्रस्तावित है। इसके लिए 1777 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी।
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे से लगेगा, 2 घंटे का समय
जयपुर से टोंक, देवली, शाहपुरा और जहाजपुर होते हुए भीलवाड़ा इन दोनों शहरों को जोड़ने वाला दूसरा रास्ता है। यह रास्ता भी लगभग 300 किलोमीटर लंबा है। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे में बताया गया है कि जयपुर-भीलवाड़ा एक्सप्रेसवे केवल 193 किलोमीटर लंबा है। इस राजमार्ग का विचार स्पष्ट रूप से किसी तीसरे मार्ग से किया गया है।
एक्सप्रेस वे बनने के बाद जयपुर- भीलवाड़ा की दूरी 13 किमी घटकर सफर मात्र 2 घंटे का रह जाएगा।
इसी तरह ब्यावर-भरतपुर एक्सप्रेस-वे ब्यावर में राष्ट्रीय राजमार्ग 58 से शुरू होकर भरतपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग 21 तक 342 किलोमीटर लंबा होगा। इस एक्सप्रेस-वे पर 14 हजार 10 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इसके लिए 3175 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होगा। यह एक्सप्रेस वे ब्यावर, मसूदा, बांदनवाड़ा, भिनाय, नागोला, केकड़ी, टोडारायसिंह, गंगापुर सिटी होते हुए भरतपुर जाकर मिलेगा। इस एक्सप्रेस वे के बनने से पश्चिमी राजस्थान व गुजरात के लोगों को यूपी के मथुरा, वृंदावन सहित अन्य जगहों पर जाने के लिए जयपुर ना जाकर सीधा रूट होगा।