Greenfield Expressway Project: राजस्थान के सबसे लंबे और अहम जालौर-झालावाड़ ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे(402 किमी) पर जमीनी स्तर पर काम की शुरुआत हो चुकी है। इस एक्सप्रेसवे के साथ ही कुल 8 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को बनाने की घोषणा सीएम भजनलाल ने पिछले वित्त बजट 2024-25 में की थी।
इसके साथ ही अजमेर-बांसवाड़ा प्रोजेक्ट पर मॉनिटरिंग का काम उदयपुर का पीडब्ल्यूडी(एनएच) विभाग कर रहा है। बता दें इस साल विधानसभा में प्रस्तुत बजट 2025-26 में इन परियोजनाओं के लिए 60 हजार करोड़ रुपए की घोषणा की जा चुकी है।
राजस्थान के 7 प्रोजेक्ट के लिए भी कवायद तेज
जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेस-वे (402 किमी) के अलावा 7 अन्य प्रोजेक्ट के लिए भी कवायद तेज हो चुकी है। जिसके तहत कोटपूतली-किशनगढ़ एक्सप्रेस-वे (181 किमी), जयपुर-भीलवाड़ा (193 किमी), बीकानेर-कोटपूतली (295 किमी), ब्यावर-भरतपुर (342 किमी), अजमेर-बांसवाड़ा (358 किमी), जयपुर-फलौदी (345 किमी), श्रीगंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेस वे (290 किमी) के लिए डीपीआर का काम प्रगति पर है।
जालोर के लिए इसलिए अहम प्रोजेक्ट
इस प्रोजेक्ट को जामनगर-अमृतसर भारतमाला प्रोजेक्ट से जोडऩे की कवायद है। जालोर में एग्रो उत्पाद में जीरा बहुतायात में होता है और जीवाणा में अनार की मंडी है, जहां से सालाना 1 हजार करोड़ का व्यापार होता है। ग्रेनाइट सिटी के रूप में पहचान रखने वाले जालोर के ग्रेनाइट उद्योग को यह प्रोजेक्ट भविष्य में नई ऊंचाइयां प्रदान करने वाला है।
सभी प्रोजेक्ट की डीपीआर बन रही
कुल 9 एक्सप्रेस वे की घोषणा की गई थी, जिसमें से एक एनएचएई के कार्यक्षेत्र में है। अब पीडब्ल्यूडी (एनएच) के अंतर्गत 8 एक्सप्रेस है। जिनके लिए डीपीआर का काम प्रगति पर है। इसमें जालोर-झालावाड़ एक्सप्रेस वे भी शामिल है।