अग्निपथ योजना का तीसरे दिन भी विरोध जारी, छात्र संगठनो ने कलेक्ट्रेट पर की नारेबाजी

टूर ऑफ ड्यूटी के विरोध में एसएफआई व डीवाईएफआई ने शहीद स्मारक से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाल नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया,जिला परिषद स्थित सांसद कार्यालय का घेराव किया और सांसद का पुतला दहन किया,कल करेगी जयपुर दिल्ली हाईवे को जाम

झुंझुनूं के युवाओं में सेना भर्ती की नई योजना अग्निपथ को लेकर आक्रोश नजर आ रहा है। युवाओं ने सेना भर्ती की नई योजना का विरोध किया है। देश की रक्षा के लिए सबसे अधिक सैनिक और शहीद देने वाले झुंझुनूं में हर साल 40 हजार से अधिक युवा सेना भर्ती के लिए तैयारी करते हैं। केन्द्र सरकार की नई नीति से इन युवाओं को बड़ा धक्का लगा है। बड़ी संख्या में युवक कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां पर जमकर केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद युवाओं ने कलेक्ट्रेट में घुसने की कोशिश की। बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पर जाब्ता लगाया गया था। पुलिस पुलिस ने युवाओं को मौके से खदेड़ा। शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए पाबंद किया।

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SFI के जिला महासचिव सचिन चोपड़ा ने बताया कि हाल ही में जो युवा विरोधी टूर ऑफ ड्यूटी की योजना केंद्र की सरकार लेकर आई है वो सरासर देश के युवाओं के साथ कुठाराघात है।केंद्र की सरकार ने पहले किसानों के साथ वादाखिलाफी की ओर अब युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम केंद्र की सरकार कर रही है।

एसएफआई के जिलाध्यक्ष पंकज गुर्जर ने बताया कि जो सरकार वन रैंक वन पेंशन योजना के वादे के साथ दुबारा सत्ता में आई उसने नो रैंक नो पेंशन योजना लागू करने का काम किया है। टूर ऑफ ड्यूटी के नाम पर 4 साल के लिए अस्थाई रूप से भर्ती कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम केंद्र की सरकार कर रही है।

छात्रसंघ अध्यक्ष अनीश धायल ने बताया कि गृह मंत्रालय और केंद्र सरकार सेना जैसे विभागो को भी संविदा पर कर निजी हाथों में सौंपना चाहती है जिसका छात्र संगठन एसएफआई पुरजोर तरीके से विरोध करती है।

डीवाईएफआई के जिलाध्यक्ष राजेश बिजारणियां ने बताया कि भारतीय सेना पूरे विश्व भर में सबसे प्रतिष्ठित सेना मानी जाती है अगर सेना को भी संविदा पर कर दिया जायेगा तो सेना की प्रतिष्ठा दांव पर लग जाएगी।

केंद्र की सरकार ने युवाओं को सिर्फ वोट बैंक के रूप में काम लिया है परंतु युवाओं के हित में काम करने में केंद्र सरकार पूरी तरह से विफल रही है। डीवाईएफआई के जिला सचिव बिलाल कुरेशी ने बताया कि आक्रोशित युवाओं ने लगभग 2 घंटे तक जिला परिषद के बाहर धरना देकर सड़क को जाम रखा तथा सांसद से मिलकर जाने की बात पर अड़ गए।
एसएफआई के राज्य कमेटी सदस्य सौरभ जानू ने कहा कि सांसद से प्रतिनिधिमंडल ने आधे घंटे तक वार्ता की परंतु संतुष्टि पूर्ण जवाब नही होने के कारण प्रतिनिधिमंडल बीच वार्ता में ही बाहर आ गया तथा नए आंदोलन की घोषणा की।

एसएफआई के जिला उपाध्यक्ष राजेश आलडिया ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने जिस आंदोलन की घोषणा की है उस पर अमल करते हुए तमाम कोचिंग संस्थानों तथा एसएफआई कार्यकर्ता मिलकर कल दिनांक 18 जून 2022 को जयपुर दिल्ली हाईवे को 4 घंटे के लिए जाम रखा जायेगा।एसएफआई के पूर्व जिला महासचिव अरविंद गढ़वाल ने कहा कि यदि केंद्र सरकार अग्निपथ योजना को बिना शर्त वापिस नही लेगी और पुराने पैटर्न पर सेना भर्ती करवाने के आदेश जारी नही करेगी तो छात्र संगठन एसएफआई सेना भर्ती अभ्यर्थियों को साथ लेकर उग्र आंदोलन करेगी जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी।