Crime News झुंझुनूं जिला पुलिस को मिली बड़ी सफलता
SP राजर्षि राज वर्मा के निर्देशन में ब्लाइंड मर्डर का खुलासा, साधुओं के ब्लाइंड मर्डर का 72 घंटे में खुलासा, आरोपी साधु और साध्वी को किया गिरफ्तार
आश्रम में दो साधुओं का मर्डर कर शव खेत में फेंकने के मामले का पुलिस ने पर्दाफ़ाश कर दिया हैं। मामले में दो एक साधु और साध्वी को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी हत्या करने के बाद नेपाल भागने की फिराक में थे, जिन्हें यूपी के कन्नौज से मंगलवार की देर रात पुलिस ने पकड़ लिया।
हत्या कर शव डालने के आरोपी छोटे सिंह उर्फ लखनदास और अनुसूईया दास त्यागी को किया गिरफ्तार, मृतक व आरोपी के बीच शराब के नशे में खाने में जहर मिलाने की बात को लेकर हुआ था झगड़ा
आरोपी के कब्जे से मृतक की कार को किया बरामद
पुलिस ने बताया- घटना के बाद आरोपी दोनों मृतकों को अर्टिगा गाड़ी में डालकर उनके शव को हरियाणा सीमा के पास नावता गांव के खेत में फेंक कर फरार हो गए। आरोपी लखनदास अपने गांव मोहरा (यूपी) चला गया। इस दौरान अनुसुईया भी साथ थी। वहां से दोनों नेपाल भागने की तैयारी में थे, लेकिन उससे पहले ही दोनों को कन्नौज से पकड़ लिया गया।
साधुओं की हत्या कर शव फेंके, कारण जानकर उड़ गए पुलिस के होश, जानें क्या है पूरा मामला?
राजस्थान के झुंझुनूं जिले के पचेरी थाना इलाके के नावता गांव में कच्चे रास्ते पर मिले दो साधुओं के शवों के मामले का खुलासा हो गया है. इन दोनों साधुओं की हत्या की गई थी. बाद में उनके शव रास्ते में फेंक दिए गए. दोनों साधुओं की पहचान हरियाणा के नारनौल निवासी वशिष्ठ गिरी और दूसरा झुंझुनूं के बगड़ निवासी सेवादार गौतम शेखावत के रूप में हुई है.
दोनों की झुंझुनूं के सिंघाना थाना इलाके के भोदन आश्रम में हत्या की गई थी. उसके बाद शवों कार में ले जाकर नावता के पास डाले गए थे. दोनों साधुओं की हत्या का आरोप भोदन आश्रम के साधु लखनदास और साध्वी पर लगा है. हत्या का कारण शराब के नशे में पैसों के लेनदेन और साध्वी को लेकर कहे गए आपत्तिजनक शब्दों को जुड़ा माना जा रहा है.
आश्रम में मिले खून के निशान
इसके बाद आरोपी वशिष्ठ गिरी की कार से ही उनके शवों को पचेरी थाना इलाके के नावता में पटककर फरार हो गए. शनिवार को सुबह उनके शवों को देखकर पुलिस को इसकी सूचना मिली. शवों की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने साधु संतों को बुलाया. बुडाना आश्रम के महंत ने उन दोनों की शिनाख्त की. शिनाख्त होने के बाद क्षेत्र के लोगों ने बताया कि ये दोनों शुक्रवार को भोदन आश्रम आए थे. पुलिस टीम भोदन आश्रम पहुंची तो वहां फर्श, हॉल की दीवारों और सोफे पर खून के निशान मिले थे. आश्रम परिसर में खून से सनी ईंटी भी मिली. आश्रम संचालक लखनदास और साध्वी गायब थे.
पुलिस ने बताया- घटना के बाद आरोपी दोनों मृतकों को अर्टिगा गाड़ी में डालकर उनके शव को हरियाणा सीमा के पास नावता गांव के खेत में फेंक कर फरार हो गए। आरोपी लखनदास अपने गांव मोहरा (यूपी) चला गया। इस दौरान अनुसुईया भी साथ थी। वहां से दोनों नेपाल भागने की तैयारी में थे, लेकिन उससे पहले ही दोनों को कन्नौज से पकड़ लिया गया।