झुंझुनू के वीर सपूत सितेंद्र सिंह का सैनिक सम्मान के साथ किया गया अन्तिम संस्कार

शहीद जवान सत्येंद्र सांखला को नम आंखों से दी अंतिम विदाई

शहीद जवान के अंतिम दर्शनों में उमड़ा स्थानीय लोगों का हुजूम, जिला कलक्टर चिन्मयी गोपाल व एसपी राजर्षि राज वर्मा ने अर्पित किया पुष्पचक्र


झुंझुनू,  भारतीय नौसेना के वाॅरशिप आईएनएस ब्रह्मपुत्र पर हुए हादसे में शहादत को प्राप्त हुए सूरजगढ़ तहसील क्षेत्र के डांगर गांव के सितेंद्र सिंह सांखला का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके पैतृक गांव लाया गया। गांव में सितेंद्र सिंह का पूर्ण सैनिक सम्मान से अन्तिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल और एसपी राजर्षी राज ने पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

इससे पहले दिल्ली से सड़क मार्ग से सितेंद्र सिंह सांखला का पार्थिव शरीर चिड़ावा लाया गया। चिड़ावा के सूरजगढ़ रोड़ बाईपास तिराहे से उनके सम्मान में तिरंगा यात्रा निकाली गई। तिरंगा यात्रा में शामिल हुए सैंकड़ों युवा ” सितेंद्र सिंह सांखला -अमर रहे” के नारे लगाते हुए चल रहे थे। लगभग 9 किलोमीटर लम्बी तिरंगा यात्रा डेढ़ घंटे में डांगर पहुंची।

सितेंद्र का शव जब उनके घर लाया गया, तो वहां मौजूद हर शख्स की आंख नम थी। हजारों की संख्या में लोग सितेंद्र सिंह के अन्तिम दर्शन करने पहुंचे थे। उनके घर पर जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल, एसपी राजर्षी और पूर्व सांसद सन्तोष अहलावत ने परिजनों को ढाढस बंधाया। पिता पूर्णसिंह सांखला ने बताया कि युद्धपोत पर हुए हादसे के बाद सितेंद्र सिंह लापता हो गया था, और 48 घंटे बाद उनका शव बरामद हुआ।

अंत्येष्टि स्थल पर 5 जाट रेजिमेंट और राजस्थान पुलिस के जवानों ने सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर दिया। बाद में मुम्बई से शव लेकर पहुंची नेवी की टुकड़ी के अधिकारियों ने सितेंद्र सिंह के पिता पूर्णसिंह को तिरंगा और कैप भेंट की। इससे पहले अंत्येष्टि स्थल पर पिता और बड़े भाई सहित जिले के प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और कई गणमान्य लोगों ने पुष्प चक्र अर्पित किए।