Bank ग्राहकों को अब इतना रखना होगा मिनिमम बैलेंस, जानिए कितना होना चाहिए मिनिमम बैलेंस SBI, PNB, HDFC, BOB, AXIS Bank

Minimum Balance in Savings Accounts: अगर आपका किसी बैंक में सेविंग अकाउंट है, तो ज्यादातर बैंक आपसे उसमें मिनिमम बैलेंस बनाए रखने की मांग करते हैं. यह अमाउंट आपके अकाउंट और बैंकों के आधार पर अलग-अलग हो सकता है. अगर आप अपने अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करते, तो बैंक आपसे एक पेनल्टी वसूलता है. हाल ही में आई. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 5 साल के दौरान सरकारी बैंकों (PSU Banks) ने मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर ग्राहकों से 8,495 करोड़ रुपये पेनल्टी के तौर पर वसूले हैं. सरकारी बैंक PNB ने इस मामले में अपने ग्राहकों से 1,538 करोड़ रुपए की पेनल्टी वसूल करके एक रिकॉर्ड बनाया है.

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मिनिमम मेनटेनिंग बैलेंस क्या है?


न्यूनतम शेष राशि, जिसे मासिक औसत शेष राशि (MAB) के रूप में भी जाना जाता है, वह न्यूनतम राशि है जिसे आपको हर महीने अपने खाते में बनाए रखना चाहिए । बैंक एक महीने के लिए दैनिक समापन शेष राशि का योग लेकर और उसे महीने के कुल दिनों की संख्या से विभाजित करके न्यूनतम शेष राशि की सीमा की गणना करते हैं।

सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस कितना रखना चाहिए?


आप महानगर या किसी शहर में रहते हैं, तो आपके खाते में मिनिमम बैलेंस के तौर पर कम से 3000 रुपये रहना जरूरी है. वहीं, अगर आप किसी छोटे शहर या अर्ध-शहरी क्षेत्र में रहते हैं, तो आपको आपके सेविंग अकाउंट में कम से कम 2,000 रुपये का मिनिमम बैलेंस रखना होगा.

जीरो बैलेंस अकाउंट को कई बैंकों में खुलवाया जा सकता है। इस खाते के लिए जरूरी नहीं है कि आपके बैंक में मिनिमम बैलेंस हो। बैंकों के मुताबिक जीरो बैलेंस अकाउंट होने पर कम से कम बैलेंस होना जरूरी नहीं है।

अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आपको अपने सेविंग्स अकाउंट में कितना मिनिमम बैलेंस (Minimum Amount In Savings Account) मेंटेन करना है तो ये खबर आपके लिए है. यहां हम अलग-अलग बैंकों के मिनिमम बैलेंस की जानकारी दे रहे हैं…

स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया


अगर सेविंग्स अकाउंट स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में है और आप मेट्रो या शहर में रहते हैं तो आपको अपने अकाउंट में कम से कम 3000 रुपये रखने होंगे. वहीं अगर आप सेमी-अर्बन या छोटे शहर में रखते हैं तो आपको 2,000 रुपये का मिनिमम बैलेंस मेंटेन करना होगा. अगर अकाउंट गांव के बैंक में है तो सेविंग अकाउंट में कम से कम 1,000 रुपये रखना जरूरी है.

पंजाब नेशनल बैंक


शहरी, सेमी-अर्बन और मेट्रो क्षेत्रों में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के सामान्य बचत खातों (Regular Saving Account) के ग्राहकों को 2,000 रुपये का मिनमम बैलेंस रखना जरूरी है. वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में बचत खाता रखने वाले पीएनबी ग्राहकों को 1,000 रुपये का मासिक औसत बैलेंस बनाए रखना होगा.

आईसीआईसीआई बैंक


आईसीआईसीआई बैंक के उन ग्राहकों के लिए जिनके पास मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में स्थित शाखाओं में सेविंग अकाउंट हैं, उन्हें कम से कम 10,000 रुपये का मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी है. अर्ध-शहरी (Semi-Urban) क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में बचत खाते वाले ग्राहकों को क्रमशः 5,000 रुपये और 2,000 रुपये प्रति माह न्यूनतम राशि बनाए रखनी होगी. जिन ग्राहकों ने ग्रामीण (ग्रामीण) क्षेत्रों में नियमित बचत खाते खोले हैं, उन्हें महीने में 1,000 रुपये का एवरेज बैलेंस रखना आवश्यक है.

एक्सिस बैंक

बेसिक सेविंग्स अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर कोई चार्ज नहीं वसूला जाता है। वहीं, मेट्रो और शहरी इलाकों में 600 रुपये से 50 रुपये के बीच, सेबी अरबन में 300 रुपये से 50 रुपये के बीच और ग्रामीण इलाकों में 150 रुपये से 75 रुपये के बीच पेनल्टी वूसला जाता है।

एचडीएफसी बैंक


HDFC बैंक में मेट्रो और शहरी क्षेत्रों के लिए औसत मासिक बैलेंस 10,000 रुपये है, या एक साल और एक दिन के लिए 1 लाख रुपये का फिक्स्ड डिपॉजिट रखना होगा. सेमी अरबन यानी अर्ध-शहरी क्षेत्रों के लिए यह नियम 5,000 रुपये या 1 साल 1 दिन की अवधि के लिए 50,000 रुपये का फिक्स्ड डिपॉजिट रखना जरूरी है. इस अमाउंट को मेंटेन नहीं करने पर एवरेज बैलेंस में कमी का 6% या 600 रुपये (जो भी कम हो) पेनल्टी के तौर पर वसूला जाता है

बैंक ऑफ बड़ौदा

बचत खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं होने पर ग्राहक पर बैंक की तरफ से पेनाल्टी लगाई जाएगी. शहरी ग्राहकों के लिए मिनिमम बैलेंस 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये कर दिया गया है. अर्द्ध-शहरी शाखाओं के लिए इसे 500 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दिया गया है.

आपको जानकारी के लिए बता दें कि सेविंग खाते में मिनिमम बैलेंस न होने पर बैंकों द्वारा जुर्माना लिया जाता है। भारतीय स्टेट बैंक द्वारा मिनिमम बैलेंस का नियम हटा दिया गया है, जिस वजह से बैंक की ओर से किसी तरह कोई जुर्माना नहीं लिया जाएगा, लेकिन अगर दूसरे बैंकों की बात करें तो मिनिमम बैलेंस मेंटेन न करने पर बैंकों द्वारा अलग-अलग जुर्माना लिया जाता है।