बिपिन रावत के साथ शहीद हुआ झुंझुनूं का लाल:स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह Jhunjhunu News

बिपिन रावत के साथ शहीद हुआ झुंझुनूं का लाल:स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह

तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार सुबह हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में झुंझुनूं के स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह भी शहीद हुए हैं। वे घलड़ाना गांव के रहने वाले थे। इंडियन एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर (Mi-17V5) को ग्रुप कैप्टन पीएस चौहान और को-पायलट कुलदीप सिंह उड़ा रहे थे। इस हादसे में सीडीएस बिपिन रावत की पत्नी समेत 11 अन्य अफसरों और जवानों की मौत हो गई है। इसमें ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारी मौजूद थे। पूरा परिवार जयपुर से घलड़ाना (झुंझुनूं) के लिए निकल चुका है। कुलदीप का परिवार वर्तमान में जयपुर में ही रहता है। उनके पिता रणधीर सिंह राव एक्स नेवी अफसर हैं। उनकी बहन भी इंडियन नेवी में है। वो माता-पिता के इकलौते बेटे थे। शादी दो साल पहले ही हुई थी।

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हेलिकॉप्टर हादसे में CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ साथ ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक साई तेजा और हवलदार सतपाल शहीद हुए। इस हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदा बचे हैं, जिनका वेलिंगटन के आर्मी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।

8 साल पहले हुए थे भर्ती
कुलदीप राव 2013 में एयरफोर्स में भर्ती हुए थे। इससे पहले वह अपने पिता रणधीर सिंह राव के साथ रहकर मुंबई में ही बीएससी-आईटी की पढ़ाई की थी। 2 साल पहले ही उनकी शादी मेरठ की यस्विनी ढाका के साथ 19 नवम्बर 2019 को हुई थी। उनकी एक बहन अभीता इंडियन कोस्ट गार्ड में डिप्टी कमांडेंट के पद पर कार्यरत है। मां कमला देवी गृहिणी है। हादसे के बाद से ही पैतृक गांव चिड़ावा के घरडाना खुर्द में गमगीन माहौल है।

देर शाम तक पार्थिव देह पहुंचेगा
परिजनों का कहना है की पार्थिव देह गुरुवार को देर शाम तक झुंझुनूं पहुंच सकता है। चचेरे भाई राजेंद्र राव ने बताया कि कुलदीप बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थे। सरल स्वभाव के कुलदीप बहुत ही मिलनसार थे। उन्हें क्रिकेट खेलने का शौक था।