500 Currency Note सोशल मीडिया पर एक चौंकाने वाला दावा वायरल हो रहा है कि मार्च 2026 तक 500 रुपये का नोट चलन से बाहर हो जाएगा। यूट्यूब चैनलों पर इस खबर को तेजी से फैलाया गया, जिससे आम लोगों में घबराहट और असमंजस पैदा हो गया। हालांकि, सरकार की ओर से इस अफवाह पर स्पष्ट जवाब आ चुका है।
यूट्यूब चैनल वीडियो ने फैलाई अफवाह
इस अफवाह की जड़ एक यूट्यूब वीडियो है, जिसमें यह दावा किया गया कि RBI मार्च 2026 से 500 रुपये के नोट को बंद कर देगा। इसके बाद यह झूठी खबर तेजी से वायरल हो गई। इस दावे ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। अब PIB की सच्चाई सामने आने के बाद यह साफ हो गया है कि यह केवल एक भ्रम फैलाने की कोशिश थी।
इसी बीच, भारतीय रिजर्व बैंक ने एक रिपोर्ट में बताया कि 2024-25 में नकली 500 रुपये के नोटों की संख्या में 37.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस वित्तीय वर्ष में 1.18 लाख नकली नोट पकड़े गए, जिनकी कुल कीमत लगभग 5.88 करोड़ रुपये थी। वहीं, 2023-24 में यह संख्या 85,711 थी, जिनकी कीमत 4.28 करोड़ रुपये थी।
भारतीय रिजर्व बैंक की 2024-25 वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 500 रुपये का नोट प्रचलन में है और कुल नोटों का 40.9% हिस्सा रखता है, जिसका मूल्य 86% है। RBI ने इसे बंद करने की कोई योजना नहीं बनाई है और यह नोट छापना जारी है।
चंद्रबाबू नायडू ने भ्रष्टाचार कम करने और डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए 500 और 2,000 रुपये के नोट बंद करने की सलाह दी है, लेकिन यह केवल उनकी व्यक्तिगत राय है, कोई सरकारी नीति नहीं। सोशल मीडिया पर 500 रुपये के नोट बंद होने की अफवाहें गलत हैं, जैसा कि टाइम्स बुल और मुंसिफ डेली ने स्पष्ट किया है।
30 सितंबर तय किया गया डेडलाइन
रिजर्व बैंक ने 30 सितम्बर तक 75% एटीएम में कम से कम एक कैसेट से 100/200 के नोट बांटने का निर्देश दिया है। वहीं, 31 मार्च 2026 तक 90% एटीएम में कम से कम एक कैसेट से 100 या 200 के नोट बांटना होगा। इसके साथ ही 500 रुपये के नोट भी मिलेंगे।
PIB FACT Check 500
PIB (प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो) ने इस वायरल दावे की जांच की और कहा कि यह पूरी तरह फर्जी है। PIB के फैक्ट चेक के मुताबिक, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 500 रुपये के नोट को बंद करने के संबंध में कोई घोषणा, आदेश या निर्देश जारी नहीं किया है। ये नोट पहले की तरह वैध मुद्रा (Legal Tender) बने रहेंगे और इनका चलन जारी रहेगा।
PIB ने नागरिकों को सलाह दी है कि किसी भी खबर पर आंख बंद करके भरोसा न करें, जब तक कि उसकी पुष्टि RBI या PIB जैसे आधिकारिक स्रोतों से न हो जाए।
