गाँधी पार्क: वर्षो पुराने 40 से ज्यादा हरे पेड़ कटवा डाले, लोगो ने किया विरोध ।
झुंझुनूं नगर परिषद की ओर से नियुक्त किए गए ठेकेदार के कर्मचारी पेड़ों की कटाई करते रहे। –
नगर परिषद की ओर से नियुक्त किए गए ठेकेदार के कर्मचारी पेड़ों की कटाई करते रहे।
मानसून में पौधरोपण को बढ़ावा देने के विपरीत इन दिनों झुंझुनूं में नगर परिषद हरे पेड़ों को कटवाने पर तुला है। यहां गांधी पार्क में सालों पुराने पेड़ों को पार्क के सौंदर्यीकरण के नाम पर कटवाया जा रहा है। पेड़ कटे तो अब लोग परिषद अफसरों के खिलाफ मोर्चा लेकर खड़े हो गए हैं।
असल में यहां गांधी पार्क में इन दिनों रिनोवेशन का काम चल रहा है। इसके लिए नगर परिषद की ओर से 1.47 करोड़ रुपए का टेंडर भी किया था। यही रिनोवेशन पार्क की ग्रीनरी पर भारी पड़ा है। ठेकेदार ने काम शुरू होते ही सबसे पहले यहां लगे बरसों पुराने 40 से ज्यादा पेड़ों पर आरी चलवा दी है। कई पेड़ों को जेसीबी से उखड़वा दिया गया।
कटे पेड़ों की लकड़ियां, जिन्हें गाड़ियों में भरकर ले जाया गया।
लोग पहुंचे विरोध में
शनिवार सुबह शहरवासियाें काे पता लगने पर उन्हाेने हरे पेड़ काटने काे लेकर विराेध जताया। इस मामले की सूचना दिए जाने के बावजूद पुलिस, वन विभाग या तहसीलदार की ओर से कोई एक्शन नहीं लिया गया। लोगकों ने बताया कि जब उन्होंने पेड़ काटने का विरोध किया तो भी ठेकेदार के कर्मचारी रुके नहीं और एक-एक कर कई पेड़े धराशायी कर दिए। वे उनकी लकड़ियों को वाहनों में भरकर ले गए। अब क्षेत्र के लोगों में नगर परिषद की कार्रवाई को लेकर खासा आक्रोश छाया है।
अब लोगों का यह भी कहना है कि पार्क का सौंदर्य पेड़ों से होता है या बिना पेड़ों से। हरियाली नहीं तो पार्क किस काम के। बगीचा तो पेड़ों से ही सुंदर लगता है, इसके बावजुूद लगे हुए पेड़ नगर परिषद ने कटवा दिए।