कुष्ट रोग की रोकथाम हेतु जागरूकता पखवाड़ा 30 जनवरी से
ग्राम पंचायत स्तर होगा सभाओं का आयोजन, कुष्ठ रोगियों की पहचान और उपचार की बनेगी योजना
झुंझुनूं, 29 जनवरी। राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 30 जनवरी से 13 फरवरी तक चलने वाला जागरूकता पखवाड़ा रविवार से शुरू होगा। जिला कलक्टर लक्ष्मण सिंह कुड़ी ने बताया कि सरकार कुष्ट रोग उन्मूलन के लिए और अधिक सशक्त और कारगर उपाय कर रही है। इस सम्बन्ध में जिला कलेक्टर ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि कुष्ठ रोग आसानी से पहचाने जाने वाली एवं पूर्ण रूप से इलाज योग्य बीमारी है। हमें कुष्ट रोग से ग्रस्त किसी भी व्यक्ति से भेदभाव नहीं करना चाहिए। हम सभी का यह दायित्व है कि कुष्ट रोग के संबंध में फैली भ्रांतियों को समाज मे न पनपने दे चिकित्सा विभाग के सहयोग से जिले में कुष्ट रोगियों की पहचान कर शीघ्र ही जिले को कुष्ट रोग मुक्त बनाने हेतु हर संभव प्रयास करेंगे। सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने बताया की राष्ट्रीय कुष्ट रोग उन्मूलन पखवाड़े का आयोजन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से 30 जनवरी से 13 फरवरी तक किया जाना है। जिसके अंतर्गत जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में कुष्ट रोग से ग्रसित व्यक्तियों की पहचान एवं उपचार किया जाएगा। साथ ही इसके संबंध में फैली भ्रांतियों को भी चिकित्साकर्मिको द्वारा दूर किया जाएगा। इस दौरान विभाग द्वारा पर घर जाकर आशा सहयोगिनी एवं एएनएम के माध्यम से कुष्ट रोगियों की पहचान की जाएगी साथ ही कुष्ठ रोग के प्रति आमजन को जागरूक भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी चिकित्सा संस्थानों पर कुष्ठ रोग उपचार के लिए दवा भी निःशुल्क उपलब्ध है। शरीर पर बदरंग सुन्न चकत्ते ये कुष्ठ रोग के लक्षण है। इसकी पहचान होते ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से सम्पर्क करना चाहिए। इलाज में देरी अपंगता भी हो सकती है पखवाड़े के दौरान ग्राम स्तर तक सभा आयोजित कर कुष्ठ रोग दी जायेगी।पखवाड़े के दौरान आशा सहयोगिनी को कुष्ट रोग वाले व्यक्ति की खोज कर पूर्ण उपचार करवाती है तो उन्हें सरकार द्वारा 600 रुपये से 800 रुपये तक प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
होगा विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर 30 जनवरी को ग्राम पंचायतों पर विशेष सभाओं का आयोजन किया जायेगा जिसमें कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता के लिए आयोजित होने वाले पखवाड़े के तहत होने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा की जायेगी। जिला कलेक्टर ने इस सम्बंध में आदेश भी जारी किए हैं। ग्राम सभा में कुष्ठ रोगियों की पहचान करने, लक्षणों की जानकारी, निःशुल्क उपचार की जानकारी दी जायेगी। सीएमएचओ डॉ गुर्जर ने बताया कि समय पर उपचार से कुष्ठ से होने वाली अपंगता से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में 14 मरीज़ो का ट्रीटमैंट चल रहा है।