स्कूल की क्लास में बच्ची से दुष्कर्म का मामला:पुलिस ने पेश किया चालान
झुंझुनूं के सिंघाना थाना इलाके में स्थित सरकारी स्कूल में 5 अक्टूबर की सुबह 11 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने चालान पेश कर दिया है। सिंघाना थानाधिकारी भजना राम ने बताया कि इस पूरे मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। मामले की गंभीरता और बच्ची को जल्दी न्याय मिले इसके लिए पुलिस ने इस केस को ‘केस ऑफिसर स्कीम’ में लेकर जल्दी चालान पेश करने की तैयारी की थी ताकि बच्ची को जल्द से जल्द न्याय मिल सके। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी केशव यादव और स्कूल की दो महिला टीचर सुनीला और सुमित्रा को आरोपी माना था। तीनों आरोपी फिलहाल जेल में है। फास्ट ट्रैक कोर्ट झुंझुनूं में मामले की अगली सुनवाई 16 नवंबर को की जायेगी। माना जा रहा है कि फास्टट्रैक कोर्ट में मामले की जल्दी सुनवाई होने से केस का फैसला जल्दी आने की संभावना है। वहीं पीड़ित बच्ची को अब जल्दी न्याय मिलने की उम्मीद है।
घटना 5 अक्टूबर की है। सिंघाना थाना इलाके के सरकारी स्कूल की सातवीं कक्षा की 11 साल की छात्रा के साथ हेड मास्टर ने क्लास में ही दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था।आरोपी हेड मास्टर ने दुष्कर्म के बाद किसी को बताने पर बच्ची को जान से मारने की धमकी दी थी । 5 अक्टूबर की घटना के बाद परेशान बच्ची ने अपने परिजनों को भी इस बारे में कुछ नहीं बताया। वहीं घर मे पढ़ाई के दौरान बच्ची की नजर अचानक किताब के पीछे लिखें चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर पर पड़ी तो बच्ची ने चाइल्ड हेल्पलाइन को फोन किया और बच्ची ने फोन पर पूरी घटना के बारे में जानकारी दी।उसके बाद चाइल्ड हेल्पलाइन ने घटना के बारे में बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अर्चना चौधरी को अवगत करवाया। घटना की जानकारी मिलते ही बाल कल्याण समिति की टीम बच्ची से मिली और बच्ची के साथ हुई पूरी घटना की जानकारी ली। उसके बाद बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष अर्चना चौधरी ने झुंझुनूं एसपी को मामले की जानकारी दी और कार्रवाई करने के लिये कहा। झुंझुनू एसपी ने तुरंत ही सिंघाना थाना पुलिस को मामले में कार्रवाई करने को कहा। मामले की जानकारी मिलते ही करीरीवास थाना खुशखेड़ा अलवर निवासी दुष्कर्मी हेडमास्टर केशव यादव को सिंघाना से ही गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने जब बच्ची से पूछताछ की तो स्कूल की दो टीचर के नाम भी सामने आए है । बच्ची ने बताया कि दोनों महिला टीचर उसके घर आई और बच्ची के मोबाइल से हेडमास्टर द्वारा भेजे गये अश्लील मेसेज,फोटो और वीडियो डिलीट कर दिये।पुलिस ने सबूतों को नष्ट करने के आरोप में दोनों महिला टीचर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।