बच्चाें के टीकाें का टाेटा:बच्चाें में निमाेनिया राेकने हर महीने 6000 टीकों की जरुरत, मिले 1250, नियमित टीकाकरण गड़बड़ाया Jhunjhunu News

बच्चाें के टीकाें का टाेटा:बच्चाें में निमाेनिया राेकने हर महीने 6000 टीकों की जरुरत, मिले 1250, नियमित टीकाकरण गड़बड़ाया

कोरोना वैक्सीनेशन के बीच जिले में बच्चों के नियमित टीकाकरण पर असर पड़ने लगा है। स्थिति यह है कि बच्चों को लगने वाले टीकों की पूरी डोज नहीं मिल पा रही है। ऐसे में कई बच्चों को समय पर टीका भी नहीं लग पा रहा है। जिससे आगामी दिनाें में बच्चों में निमाेनिया और डायरिया के साथ पाेलियाे टीकाकरण काे लेकर बडा संकट खड़ा हाे सकता है।
जिले में नियमित टीकाकरण के लिए पिछले छह महीने से कम डाेज मिल रहे हैं। जिसके कारण जिले के कई अस्पतालों में निमाेनिया की वैक्सीन खत्म हो गई है। हर माह निमाेनिया के 6000 वैक्सीन की जरुरत होती है, लेकिन इसकी तुलना में केवल 1250 ही मिल रही हैं। डायरिया के लिए रोटा और पोलिया के लिए एफआईपीवी के टीके तो आ ही नहीं रहे हैं।
इस बीच काेराेना वैक्सीनेशन के टीके अब बड़ी मात्रा में आ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद जिले में 2.99 लाख लाेग टीका लगवाने के लिए नहीं आ रहे हैं। इसके कारण से काेराेना वैक्सीन का बड़ा स्टाॅक बचा हुआ है। इस संबंध में आरसीएचओ डाॅ. दयानंद सिंह का कहना है कि जिले में स्टेट लेवल से कम डाेज मिल रहे हैं। इसकाे लेकर उन्हें अवगत करा चुके हैं। जल्द ही जिले में सप्लाई बढ़ने की उम्मीद है। वैसे अभी ड़रने की काेई बात नहीं है।