चिकित्सा संस्थान प्रभारी सुनिश्चित करे किसी भी मरीज को अस्पताल से बाहर से दवा न लेनी पड़े-कलेक्टर कुड़ी
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में योजनाओं की समीक्षा कर दिए निर्देश
झुंझुनूं 27 मई। जिले में सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को कोई दवा अस्पताल से बाहर से नही खरीदनी पड़े यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। यह निर्देश कलेक्टर श्री लक्ष्मण सिंह कुड़ी ने शुक्रवार को कलेक्टर सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक बैठक में दिये। कलेक्टर ने विभाग के अधिकारियों और चिकित्सा संस्थानों के प्रभारियों को यह सुनिश्चित करने के आदेश दिए कि किसी भी आदमी की यह शिकायत नही आई चाहिए कि उसे अस्पताल में दवा न मिली। जो दवा आरएमसीएल से सप्लाई में खत्म है सप्लाई में देरी है ऐसी स्थिति में अस्पताल के एमआरएस के फंड से दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने डीडीसी से वितरित की गई दवाओं की पर्चियों की एंट्री सेम डे पर ही करने के निर्देश दिए। तोडपुरा और बुगाला पीएचसी पर पर्चियां ऑन लाईन एंट्री नही करने पर दोनों संस्थाओ के संविदा कम्यूटर ऑपरेटर को हटाकर दूसरे ऑपरेटर लगाने के निर्देश दिए। बगड़, खेतड़ी, मंडावा की पर्चियां समय पर एंट्री नही होने की शिकायत पर तत्काल दुरस्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने मंडावा सीएचसी प्रभारी को बैठक में अनुपस्थित रहने पर नोटिस जारी किया।
कलेक्टर ने सीएचसी अस्पतालों में चिरंजीवी योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को उपचार का लाभ लेने के निर्देश दिए। साथ ही अब तक रजिस्ट्रेशन से छूटे परिवारों का रजिस्ट्रेशन 31 मई तक करवाने के निर्देश दिए।
बैठक में सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने आने वाले समय मे डेंगू न फैले इसके लिए पहले से ही एंटी लार्वा गतिविधियों का आयोजन करवाने, फॉगिंग मसीनो को ठीक करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी प्रभारियों को इस कार्य को प्राथमिकता से करवाने के निर्देश दिए। बैठक में एनसीडी कार्यक्रम में 30 से अधिक आयुवर्ग के लोगो की जांच कर पॉजिटिव मरोजो का फॉलोअप करने, और ऑनलाइन एंट्री सत प्रतिशत करवाने के निर्देश दिए। बैठक में कोविड टीकाकरण उदयपुर वाटी, सूरजगढ़ के पिछड़ने पर चिंता जताते हुए प्रिकॉशन डोज कम्प्लीट करने के निर्देश दिए गए। साथ ही सुरक्षित मातृत्व के लिए संस्थागत प्रसव की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए। बैठक में परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत वर्तमान समय में आयोजित किए जा रहे शिविरों में ज्यादा से ज्यादा केस करवाने के लिए निर्देशित किया गया।
बैठक में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर डब्ल्यूएचओ कंसलटेंट डॉ दीपक मित्तल ने 16 मार्च 2018 के भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन का हवाला देते हुए कहा कि जिले में अभी भी कुछ निजी चिकित्सक बिना नोटिफाई किए टीबी रोगियों का उपचार कर रहे हैं, जिनकी शीघ्र ही लाइन लिस्ट तैयार संबंधित निजी चिकित्सकों के खिलाफ मामला दर्ज करवाए जाने की कार्रवाई की जाएगी। बैठक में सीएमएचओ डॉ छोटे लाल गुर्जर ने टीबी जांच रेट में न्यून प्रगति वाले ब्लॉक को नोटिस देने के निर्देश दिए। बैठक में डिप्टी सीएमएचओ डॉ राजकुमार डांगी ने एनसीडी व मौसमी बीमारियों, डिप्टी सीएमएचओ डॉ नरोत्तम जांगिड़ ने परिवार कल्याण, डीपीसी डॉ जितेंद्र सिंह ने निःशुल्क दवा योजना, आरसीएचओ डॉ दयानंद सिंह ने टीकाकरण और मातृ शिशु स्वास्थ्य, डीटीओ डॉ विजय ने टीबी कंट्रोल कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। बैठक में बीसीएमओ बीपीएम सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में 30 अप्रेल को जिले में कोटपा एक्ट की पालना में चालान कार्यवाही में बेहतरीन कार्य के लिए बीसीएमओ उदयपुर वाटी डॉ मुकेश भुपेश, बीसीएमओ नवलगढ़ डॉ गोपीचंद जाखड़, बीसीएमओ खेतड़ी डॉ हरीश यादव, एनसीडी के एफसीएलसी शीशपाल सैनी, पीसीपीएनडीटी कॉर्डिनेटर संदीप शर्मा को सम्मानित किया गया।