10 साल के बाल कलाकार की बांसुरी पर झूमे जनप्रतिनिधि व बुद्धिजीवी

बाल कलाकार की बांसुरी पर झूमे जनप्रतिनिधि व बुद्धिजीवी

WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

मात्र 10 साल के बालक ने मचाई फाल्गुन की मस्ती में धूम

शेखावाटी के जाने माने कलाकारों ने बाल कलाकार भव्य सैनी की कला को दी दा

लक्ष्मणगढ़ 11 मार्च शेखावाटी के कलाकारों ने देश भर में अपनी कला के माध्यम से एक विशिष्ट पहचान कायम की है । ऐसे ही एक लक्ष्मणगढ़ का मासूम बाल कलाकार है जिसकी बांसुरी की मधुर आवाज़ को सुन हर कोई मस्ती से झूमने लगता है।
हम चर्चा कर रहे हैं एक ऐसे मासूम बाल कलाकार भव्य सैनी की जिसकी बांसुरी की आवाज की चर्चे जोरो पर है। हो भी क्यों नहीं आखिर बाल कलाकार सैनी को अपनी कला निखारने में दादाश्री चिरंजी लाल सैनी की अहम भूमिका जो रही है। बाल कलाकार के दादाश्री शेखावाटी के नामचीन लोक कलाकार हैं जिन्होंने राष्ट्रपति भवन से लेकर विदेश धरा पर अपनी कला का प्रदर्शन कर वाहवाही बटोरी तथा अनेकों बार सम्मानित हुए है ।
मासूम बाल कलाकार भव्य भी अपने दादा से गुरु सिखकर इस कला को आगे बढ़ाने में लगें हैं। यहां की नामचीन शिक्षण संस्था बगडिया स्कूल में प्रारम्भिक शिक्षा का विधार्थी है। अपने ही विधालय में आयोजित फागोत्सव में जब बाल कलाकार ने ढप नृत्य के बीच अपनी बांसुरी की मधुर आवाज़ पल्लो लटके म्हारो पल्लो ……गिगा सोज्या मेरा लाल तेर……..कठ सू आई सूढ कठ सू आयो जिरो कठ सू आयो ये भोली भावज थारो बिरो……. जैसे गीत अपनी बांसुरी की सुरीली आवाज में सुनाया तो समारोह में मौजूद जनप्रतिनिधि व बुद्धिजीवी झूमने लगे। बाल कलाकार की कला से अभिभूत शेखावाटी के जाने माने लोक कलाकार सवाई सिंह, मनोज पाण्डेय, विकास मिश्रा मनोज जोशी ने खूब सराहा व दाद दी । बाल कलाकार भव्य सैनी की कला को निखारने बढ़ावा देने में दादाश्री के साथ साथ इनके पिता एडवोकेट सत्यनारायण सैनी, कैमेस्ट्री की व्याख्याता माता श्रीमती मिनाक्षी सैनी संस्थान के सचिव पवन गोयनका योग गुरु व लोक कलाकार विमल पारीक अहम भूमिका निभा रहे हैं।