Rajasthan Anganwadi Bharti अब अविवाहित महिलाएं भी बन सकेंगे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, जानिए राजस्थान सरकार ने किया बदलाव
राजस्थान में अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के पदों के आवेदन करने के लिए सभी महिलाएं पात्र होंगी। इसके लिए चयन शर्तों में संशोधन किया गया है।
राज्य में इससे पहले अविवाहित महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के लिए आवेदन करने और चयन के लिए पात्र नहीं माना जाता था।
महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी कृष्ण कुणाल ने बताया- उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने आंगनबाड़ी कर्मियों की चयन शर्तों में संशोधन की स्वीकृति देकर अविवाहित महिलाओं को भी इस क्षेत्र में अवसर देने की पहल की है।
कुणाल ने बताया कि उपमुख्यमंत्री ने राज्य में जो साथिन दो वर्ष की कार्य निरंतरता का अनुभव रखती हैं उन्हें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के लिए आवेदन करने पर अनुभव में वरीयता दी जाने को स्वीकृति दी है। इसके लिए उन्हें बोनस में चार अंक दिए जाएंगे जो उनका चयनित होना और आसान करेंगे।
मानदेय में भी 10 प्रतिशत की वृद्धि
इसके साथ ही महिला और बाल विकास शासन सचिव श्रीकृष्ण कुणाल ने बताया कि उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने राज्य में जो दो वर्ष की कार्य निरंतरता का अनुभव रखती हैं, उन्हें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के लिए आवेदन करने पर अनुभव में वरियता दी जाने की स्वीकृति दी है. इसके लिए बोनस में चार अंक दिए जाएंगे, जिससे उनका चयन आसान हो जाएगा. साथ ही मानदेय में भी 10 प्रतिशत की वृद्धि को स्वीकृति दी है. बढ़ा हुआ 10 प्रतिशत मानदेय अप्रैल माह से शुरू हो रहे वित्तीय वर्ष में मिलना शुरू हो जाएगा.
चयन नियमों में संशोधन :
उपमुख्यमंत्री ने
बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन अनुसार महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य में पहली बार ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका के पदों के आवेदन करने के लिए सभी महिलाएं पात्र होंगी. इसके लिए आंगनबाड़ी मानदेय कर्मियों की चयन शर्तों में संशोधन की स्वीकृति देकर अविवाहित महिलाओं को भी इस क्षेत्र में अवसर देने की पहल की गई है.