अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वर्ष 2022 की सीनियर सेकेंडरी विज्ञान और वाणिज्य का परीक्षा परिणाम आज बुधवार 1 जून को दोपहर दो बजे तक आएगा.
बोर्ड के प्रशासक मंत्री परीक्षा परिणाम अजमेर बोर्ड परिसर स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में जारी करेंगे.राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड वर्ष 2022 का बुधवार को पहला परीक्षा परिणाम जारी करेगा.
बोर्ड बारहवीं कक्षा के विज्ञान और वाणिज्य वर्ग का परीक्षा परिणाम एक साथ जारी करेगा. प्रदेश भर में बोर्ड परीक्षाओं के परीक्षा परिणाम को लेकर परीक्षार्थी इंतजार कर रहे हैं.
बोर्ड की परीक्षाएं 26 अप्रैल को सम्पन्न हुई थीं. जल्द परिणाम जारी करवाने के लिए बोर्ड ने मूल्यांकन केंद्रीयकृत करवाया था. परीक्षा के 34 दिन बाद बोर्ड परीक्षाओं का पहला रिजल्ट जारी करने जा रहा है.
बोर्ड सचिव मेघना चौधरी ने बताया कि सीनियर सेकेंडरी विज्ञान वर्ग में 2 लाख 32 हजार 5 और वाणिज्य वर्ग में 27 हजार 339 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं.
परीक्षार्थी बोर्ड का परिणाम वेबसाइट www. rajeduboard.rajasthan.gov.in पर देख सकते हैं.
गौरतलब है कि गत साल कोरोना के कारण एग्जाम नहीं हुए। राज्य सरकार की ओर से तय किए गए फार्मूले के आधार पर प्रमोट कर रिजल्ट घोषित किया गया। बता दें राजस्थान बोर्ड की ओर से करीब पांच साल पहले तक मेरिट लिस्ट जारी की जा रही थी। बाद में यह बंद कर दी गई। ऐसे में इस बार भी मेरिट लिस्ट जारी नहीं होगी।
इसके बाद जारी होगा 12वीं आर्टस का रिजल्ट
गत साल तीनों सब्जेक्ट (साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स) का रिजल्ट एक साथ जारी किया गया। यह बोर्ड के इतिहास में पहली बार था। इस बार आर्टस में करीब छह लाख स्टूडेंट्स हैं। इनके रिजल्ट को लेकर भी बोर्ड की ओर से तैयारी की जा रही है। अगले सप्ताह में बोर्ड आर्टस का रिजल्ट भी जारी कर सकता है।
पहली बार तीनों संकाय का रिजल्ट एक साथ जारी किया
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) की ओर से कोरोना की वजह से एग्जाम नहीं कराए गए और तय फार्मूला पर रिजल्ट बना। पहली बार ऐसा हुआ, जब एक साथ साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स तीनों के रिजल्ट जारी किए गए। कक्षा 12वीं के छात्रों के अंक निर्धारण फॉर्मूला में कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा 2019 में प्राप्तांक का अंकभार 40 प्रतिशत रखा गया। कक्षा 11 में मिले अंकों का अंकभार 20 प्रतिशत था। कक्षा 12 का अंकभार 20 प्रतिशत रखा। इसका निर्धारण विद्यालय विषय समिति द्वारा किया गया। सत्रांक का अंक भार पहले की तरह 20 प्रतिशत ही रहा।