Sardarshahar By Election: क्या सरदारशहर उपचुनाव जीत पाएगी भाजपा ? मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे सरदार शहर

Rajasthan News : राजस्थान के चूरू जिले की सरदारशहर (Sardarshahar Election) विधानसभा सीट के उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार के नामों की घोषणा के बाद आज नामांकन की अंतिम तारीख है। आज कांग्रेस प्रत्याशी अनिल शर्मा अपना नामांकन दाखिल करेंगे।

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राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में ये उपचुनाव खास हो जाता है, जहां कांग्रेस-बीजेपी और आरएलपी के बीच रस्साकशी होना स्वाभाविक है. कांग्रेस की तरफ से भंवर लाल शर्मा के बेटे अनिल शर्मा को ही मैदान में उतार कर बड़ा दाव लगाया है, शायद स्थानीय लोगों की संवेदना का फायदा कांग्रेस को मिल जाए. 

अनिल शर्मा को जिताने के लिए खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जनसभा और लोगों से अपील करते दिखेंगे. आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हेलीकॉप्टर के जरिए गांधी विद्या मंदिर के हेलीपैड पर उतरें और वहां से राजीव गांधी खेल मैदान पहूंचे. मुख्यमंत्री गहलोत के आगमन की तैयारियों को लेकर आसपास के जिलों का पुलिस जाब्ता और प्रशासनिक अधिकारी बुधवार रात से ही सरदारशहर में डेरा डाले हुए हैं और उनकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा समेत कई दिग्गज भी जनसभा को संबोधित करेंगे.

इधर बीजेपी के अशोक पिंचा बुधवार को अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं और गांधी चौक में भाजपा की ओर से एक आम सभा का आयोजन भी किया जा चुका है, जिसमें प्रदेशभर के दिग्गज नेताओं ने आम सभा को संबोधित किया था और अशोक पिंचा के पक्ष में वोट डालने की अपील की थी.

वही चुनावी दौड़ में आरएलपी भी पीछे नहीं है, हनुमान बेनीवाल भी पार्टी प्रत्याशी लालचंद मूड के नामाकंन के साथ ही मतदाताओं से वोट की अपील कर रहे हैं. 

आरएलपी प्रत्याशी लालचंद मूंड के प्रचार अभियान की कमान सांसद हनुमान बेनीवाल संभालेंगे। हर बार की तरह आरएलपी पार्टी के वे एकमात्र स्टार प्रचारक रहेंगे। उनके अलावा आरएलपी पार्टी के तीन विधायक पुखराज गर्ग, इंदिरा बावरी और नारायण बेनीवाल भी पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में वोट अपील करते दिखेंगे।

तीसरे मोर्चा को समर्थन देने का एलान

जाट समाज की ओर से मंगलवार को जाट विकास संस्थान भवन में आयोजित बैठक में प्रमुख राजनीतिक दलों की ओर से पिछले तीन दशकों से जाट समाज की उपेक्षा किए जाने का विरोध किया। इसकों लेकर 11 सदस्यों की कमेटी बनाकर निर्णय लेने का जिम्मा सौंपा गया। इस कमेटी ने बुधवार को विधानसभा के उप चुनाव में तीसरे मोर्चे को समर्थन देने का निर्णय लिया है। जाट विकास संस्थान के अध्यक्ष एवं कमेटी के संयोजक प्रो.डीसी सारण ने बताया कि कमेटी ने पिछले 48 घंटे से इस विषय पर मंथन कर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पिछले तीन दशक से प्रमुख दल जाट समाज की उपेक्षा कर रहा है, उनको हराने वाला तीसरा मोर्चे को वोट देंगे।

उन्होंने बताया कि जाट समाज दोनों दलों को सबक सिखाने मुंड में है। इसका असर 8 दिसम्बर को मतगणना के दिन 11-12 बजे देखने को मिल जाएगा। नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि किसी बड़े सामुदाय जिसकी 80 हजार से ज्यादा वोटिंग संख्या हो, उससे बात नहीं करना। जो व्यक्ति चार-चार बार हार जाए उसे टिकट दें व किसी एक परिवार को टिकट दें। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी से ही इन पाटियों को जबाब देंगे। इस अवसर पर कमेटी के सदस्यों के अलावा जाट समाज के प्रमुख लोग उपस्थित थे।