गाजे बाजे के साथ निकली गणगौर की शाही सवारी
झुंझुनूं 4 अप्रेल। श्री गोपाल गौशाला के तत्वाधान में सोमवार की सायं गणगौर की सवारी धूमधाम से निकाली गई। गणगौर की सवारी सांयकाल 3 बजे श्री गोपाल गौशाला से प्रारम्भ होकर झुंझुनूं एकेडमी, लावरेश्वर एंव श्याम मन्दिर, चुणा का चौक, राणी सती रोड होते हुए अपरान्ह 5 बजे छावनी बाजार पहुंची जहां बतौर अतिथि उपस्थित जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा, जयपुर प्रवासी वरिष्ठ समाजसेवी बजरंग लाल सौलानेवाला, एडीएम जगदीश प्रसाद गौड़, भाजपा नेता राजेंद्र भाम्बू, एडिशनल एसपी तेजपाल सिंह, तहसीलदार मुकेश मूंड एंव एसडीएम शैलेश खैरवा के द्वारा अनिल शुक्ला के आचार्यत्व में वैद मंत्रो के साथ गणगौर माता की पूजा अर्चना सम्पन्न की गई और सेंकडो महिलाओं ने गणगौर माता की पूजा अर्चना कर अमर सुहाग की कामना की।
इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत श्री गोपाल गौशाला की ओर से पदाधिकारी एवं सदस्यों द्वारा साफा एवं दुपट्टा ओढाकर माल्यार्पण के साथ किया गया।
जानकारी देते हुए श्री गोपाल गौशाला अध्यक्ष प्रमोद खंडेलिया एवं सचिव ने नेमी अग्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम संयोजक नारायण प्रसाद जालान एवं विनोद कुमार सिंघानिया के संयोजन में इस अवसर पर दिल्ली की टीन्नी रेखा एंड पार्टी द्वारा सजीव झांकिया एंव नृत्य नाटिका का मंचन मार्ग में जगह-जगह किया गया। कार्यक्रम में उंट, घोडा़े का लवाजमा गाजे बाजे के साथ था जिससे कार्यक्रम में चार चांद लग गये। छावनी बाजार में ठण्डे पेय की व्यवस्था श्री गल्ला व्यापार संघ द्वारा गई थी। जोशिया का गट्टा पर हर वर्ष की तरह मेला लगा जंहा स्थानिय महिलाओं एंव बच्चो ने खरिददारी की। इस आयोजन में शहर के गणमान्य लोगों ने भाग लिया जिनमें प्रमुख रूप से गौशाला के अध्यक्ष प्रमोद खंडेलिया, सचिव नेम्मी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष राजकुमार तुलस्यान, ताराचन्द गुप्ता भोडक़ीवाला, आत्माराम टीबड़ा, सुरेंद्र अग्रवाल, पवन गाड़िया, संजय टीबड़ा, शिव कुमार जालान, श्री गल्ला व्यापार संघ अध्यक्ष आनंद टीबड़ा, सचिव विपिन राणासरिया, सम्पत्त चुडैलावाला, किशोरीलाल टीबड़ा, विश्वनाथ टिबडा, कैलाशचन्द सिंघानिया, मनोहर लाल अग्रवाल, पंकज बिरमीवाला, श्याम सुंदर टीबड़ा, डॉ.डी.एन.तुलस्यान, संयोजक नारायण प्रसाद जालान एवं विनोद कुमार सिंघानिया, अर्जंन वर्मा, सीए मनीष अग्रवाल, राजकुमार मोरवाल, मातादीन टीबड़ा, महेंद्र मोरवाल, मूलचंद झाझरिया, पटवारी राजेश वालिया, सीताराम केडिया एवं संघ विभाग प्रचारक सतीश जी सहित अन्य गणमान्यजन एंव बडी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी। छावनी बाजार से बैंड बाजे के साथ गणगोर की सवारी के साथ सीओ सिटी शंकरलाल छाबा , आरपीएस नेहा, शहर कोतवाल सुरेंद्र देगड़ा के सानिध्य में कोतवाली तथा ट्रैफिक के जाब्ते में पुलिस की माकूल व्यवस्था के साथ छावनी बाजार से सांयकाल गणगौर की सवारी जोशियों का गट्टा, गुदडी बाजार एंव कपडा बाजार होते हुए श्री शंकरदास जी महाराज के आश्रम-समस तालाब जाकर विर्सजन की पूजा अर्चना की गयी।
विदित है कि होली के दूसरे दिन से सोलह दिनों तक लड़कियाँ नियमपूर्वक प्रतिदिन इसर-गणगौर को पूजती हैं। जिस लडक़ी की शादी हो जाती है वो शादी के प्रथम वर्ष अपने पीहर जाकर गणगौर की पूजा करती है। इसी कारण इसे सुहाग पर्व भी कहा जाता है। गणगौर की विदाई का बाद त्यौहार काफी समय तक नहीं आते इसलिए कहा गया है-तीज त्यौहारा बावड़ी ले डूबी गणगौर अर्थात् जो त्यौहार तीज (श्रावणमास) से प्रारम्भ होते हैं उन्हें गणगौर ले जाती है।