Chandipura Virus: कोरोना के बाद अब राजस्थान में एक और खतरनाक वायरस की एंट्री हो चुकी है। चांदीपुरा नाम के वायरस के चलते एक के बाद एक कई बच्चों की मौत से गुजरात से सटे जिले में दहशत का माहौल है। वहीं, राजस्थान में भी पिछले 5 दिन में 4 बच्चों की संदिग्ध मौत से हड़कंप मचा हुआ है।
उदयपुर के आदिवासी इलाके के कुल 2 बच्चों में यह लक्षण मिले थे. जिनमें से एक बच्चे की गुजरात के हिम्मतनगर के सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं एक और 4 वर्षीय मासूम की इस वायरस के चपेट में है.

हालांकि उसकी हालत खतरे से बाहर है. विशेषज्ञों के मुताबिक यह वायरस सीधा मस्तिष्क पर हमला करता है. सबसे पहले फ्लू के लक्षण नजर आते हैं और फिर बच्चा कोमा में चला जाता है.
शुक्रवार को भी डूंगरपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 2 बच्चे भर्ती हुए। माना जा रहा है कि इन दोनों बच्चों में चांदीपुरा वायरस के लक्षण पाए गए है। हालांकि, अभी स्वास्थ्य विभाग ने दोनों बच्चों के सैंपल जांच के लिए भेज है। रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि हो पाएगी। चांदीपुरा वायरस के खतरे को देखते हुए उदयपुर और डूंगरपुर में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है।
क्या है Chandipura Virus?
यह कोई नया वायरस नहीं है। इसका पहला मामला 1965 में महाराष्ट्र के नागपुर जिले के चांदीपुर में सामने आया था। इस वायरस से महाराष्ट्र, गुजरात और आंध्र प्रदेश के कुछ इलाके प्रभावित हैं। यह एक आरएनए वायरस है। इसके संक्रमण से रोगी मस्तिष्क ज्वर (एन्सेफलाइटिस) का शिकार हो जाता है। यह मच्छरों और मक्खियों जैसे रोगवाहकों से फैलता है।
यह है लक्षण
मस्तिष्क में सूजन के बाद तेज बुखार, उल्टी, ऐंठन व मानसिक रोग होना भी संभव है। चांदीपुरा वायरस के संक्रमण से कोशिकाओं में फॉस्फेटेस और टेनसिन होमलोग (पीटीईएन) पदार्थ का सिक्रीशन कम हो जाता है। इससे मस्तिष्क में सूजन आ जाती है। तेज बुखार, उल्टी, ऐंठन और मानसिक बीमारियां आ जाती हैं। मरीजों में इंसेफेलाइटिस के लक्षण भी दिखने लगते हैं और मरीज कोमा में चला जाता है। कई बार मौत तक हो जाती है