मेडिकल कॉलेज से जुड़ी झुंझुनूं के लिए एक और अच्छी खबर
अगले साल आ जाएगा मेडिकल स्टूडेंट्स का पहला बैच : ओला
समसपुर में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का किया मंत्री ओला ने निरीक्षण, बोले, खुशी है बड़ी द्रुत गति से हो रहा है काम
झुंझुनूं. झुंझुनूं जिले के लिए मेडिकल कॉलेज से जुड़ी एक और अच्छी खबर है। परिवहन मंत्री बृजेंद्र ओला ने विश्वास व्यक्त किया है कि अगले साल 2023 में झुंझुनूं की मेडिकल कॉलेज के लिए मेडिकल स्टूडेंट्स का पहला बैच आ जाएगा। यही नहीं राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए जो समय सीमा तय की है। उसी समय सीमा में इसका काम भी पूरा होगा। ओला ने शुक्रवार को समसपुर गांव में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन कार्य का जायजा लिया। इससे पहले साइट पर पहुंचने पर बीडीके अस्पताल के पीएमओ डॉ. कमलेश झाझड़िया ने बुक भेंट कर ओला और उनकी पत्नी पूर्व जिला प्रमुख डॉ. राजबाला ओला का स्वागत किया। इस मौके पर ओला ने कहा कि उन्हें काफी खुशी हो रही है कि ना केवल उनका, बल्कि झुंझुनूं का सपना साकार हो रहा है। कुछ अड़चनों के कारण देरी से सही, लेकिन अब द्रुत गति से मेडिकल कॉलेज का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में मेडिकल कॉलेज के टिचिंग ब्लॉक, बॉयज—गल्र्स हॉस्टल का काम पूरा होगा। उन्होंने बताया कि जब—जब भी मेडिकल कॉलेज में अड़चन आई है। उन्होंने राज्य सरकार के स्तर की अड़चने भी दूर करवाई है। वहीं पाइप लाइन शिफ्टिंग और बिजली लाइन शिफ्टिंग के लिए मांगने के साथ ही अपने विधायक कोटे से पैसा दिया है। क्योंकि वे नहीं चाहते कि झुंझुनूं का मेडिकल कॉलेज शुरू होने में जरा सभी देर हो। इस मौके पर उन्होंने मेडिकल कॉलेज की कनेक्टिविटी के बारे में भी बताया और कहा कि तीन नंबर रोड पंचदेव मंदिर से लेकर कॉलेज तक 60 फुट चौड़ी सड़क के लिए सरकार से साढ़े पांच करोड़ स्वीकृत हो गए है। जिसका काम भी जल्द शुरू होगा। वहीं इसके अलावा पिछले बजट में समसपुर से बाइपास भी स्वीकृत करवाया गया है। उसी बाइपास पर नर्सिंग कॉलेज के लिए जमीन आवंटित होकर काम शुरू करवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि खेतड़ी, बुहाना, चिड़ावा, सूरजगढ़ से आने वाले लोगों के लिए इस्लामपुर में बाइपास बनकर तैयार हो गया है। वहीं कॉलेज की उत्तर दिशा में नेशनल हाइवे की तरफ से भी कॉलेज की कनेक्टिविटी के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है। इस मौके पर पूर्व जिला प्रमुख डॉ. राजबाला ओला, एसडीएम शैलेश खैरवा, सिटी डीएसपी शंकरलाल छाबा, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष महेंद्र झाझड़िया, बीडीके अस्पताल के पीएमओ एवं वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. कमलेश झाझड़िया, भारमरवासी सरपंच प्रतिनिधि सुनिल जानूं, गिडानिया ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मोहरसिंह सोलाना, कांग्रेस नेता सुमेर सिंह पीटीआई चिड़ासन, नर्सिंग अधीक्षक किशन टेलर, बीडीके अस्पताल के केयर टेकर सुनिल खरींटा आदि मौजूद थे। पीएमओ डॉ. झाझड़िया ने बताया कि पहले फेज के काम के लिए भवन निर्माण कर रही कंपनी को समय दिया गया है। वह 20 जनवरी 2024 तक पहले चरण का काम पूरा करके देगी।
समसपुर में खड़ी होंगी आठ मंजिला बिल्डिंग
इस मौके पर पीएमओ डॉ. झाझड़िया ने मंत्री ओला को बताया कि पहले चरण में समसपुर स्थित मेडिकल कॉलेज में दो आठ मंजिला बिल्डिंग खड़ी होगी। इनमें से एक बॉयज, तो दूसरा गर्ल्स हॉस्टल होगा। इसके अलावा ग्राउंड प्लस तीन मंजिला एकेडमिक भवन, ग्राउंड प्लस एक मंजिला मैस, ग्राउंड प्लस एक मंजिला प्रिंसीपल रेजीडेंस, ग्राउंड प्लस चार मंजिला भवन टीचिंग स्टाफ, ग्राउंड प्लस दो मंजिला भवन नॉन टिचिंग स्टाफ, ग्राउंड प्लस दो मंजिला भवन क्लास फोर्थ स्टाफ के लिए बनेगा। यही नहीं इंडोर स्पोर्ट्स ब्लॉक तथा ओपन एयर थिएटर भी बनाया जाएगा। इन कामों के लिए 141.42 करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए है।
बीडीके अस्पताल के कार्य की जानकारी भी ली
इस मौके पर मंत्री बृजेंद्र ओला ने पीएमओ डॉ. कमलेश झाझड़िया से बीडीके अस्पताल में बनने वाले 250 बैडेड अस्पताल की जानकारी भी ली। उन्होंने बताया कि बैड्स की क्षमता बढाई जाने के अलावा अलग से भवन बनाया जाएगा। जो कॉलेज के साथ अटैच्ड किया जाएगा। बीडीके अस्पताल में ग्राउंड प्लस चार मंजिला भवन बनेगा। जिसमें ओपीडी और आईपीडी होगी। यही नहीं ऑक्सीजन, लाउंड्री, किचन, ईएसएस और बायो मेडिकल के लिए भी अलग से भवन बनेंगे। उन्होंने बताया कि बताया कि पहले जो डीपीआर और नक्शा बनाया गया था। उसमें पार्किंग को लेकर समुचित व्यवस्था नहीं की गई थी। लेकिन मंत्री ओला के मार्गदर्शन में अब अंडरग्राउंड पार्किंग की व्यवस्था बीडीके अस्पताल में सुनिश्चित की गई है। जिसमें एक साथ 100 से अधिक गाड़ियां और 200 से अधिक बाइक्स आसानी से पार्क की जा सकेगी।