राजस्थान के बाड़मेर में MiG क्रैश, दोनों पायलट शहीद:आधा किलोमीटर तक फैला विमान का मलबा

बाड़मेर भीमड़ा गांव में मिग क्रैश होने से दो पायलटों की मौत

बाड़मेर जिले से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है. भीमड़ा गांव में मिग क्रैश हो गया. मिग क्रैश होने से दोनों पायलटों की मौत हो गई. एक पायलट का शव पूरी तरह जल गया है.

मिग क्रैश की सूचना से गांव में अफरा-तफरी मच गई. करीब रात 9 बजे की घटना बताई जा रही है. मिग क्रैश के बाद आधा किलोमीटर तक मलबा फैल गया है. जानकारी के मुताबिक मिग क्रैश होने के बाद गांव में जोरदार धमाके के साथ लोगों को आग दिखी.

मिग क्रैश की सूचना से गांव में अफरा-तफरी मची. मौके के लिए प्रशासन रवाना हुआ. करीब रात 9 बजे की घटना बताई जा रही है. मिग क्रैश के बाद आधा किलोमीटर तक मलबा फैला. सूचना मिलने पर बालोतरा से नगर परिषद की दमकलें रवाना हुई।

विमान क्रैश में दोनो पायलट की हुई शहादत,
मिग 21 विमान हुआ क्रैश,
जिला कलेक्टर लोकबंधु यादव ने दी जानकारी

घटना के कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिसमें हादसे के बाद घटनास्थल पर विमान के मलबे में आग लगी हुई है। जमीन पर एक बॉडी भी दिख रही है। उसका शरीर जला हुआ है। पास ही एक मोबाइल भी टूटकर गिरा हुआ है। स्थानीय लोग प्रशासन के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं। पिछले साल 24 दिसंबर को भी भारतीय वायुसेना का एक मिग-21 लड़ाकू विमान जैसलमेर के पास क्रैश हो गया था।

पिछले साल अगस्त में भी हुआ था हादसा
इससे पहले अगस्त 2021 में बाड़मेर में एक मिग-21 विमान क्रैश हुआ था। यह फाइटर जेट ट्रेनिंग उड़ान पर था। टेक ऑफ के बाद इसमें तकनीकी खराबी आ गई और प्लेन एक झोपड़ी पर जा गिरा। प्लेन क्रैश होने से पहले पायलट ने खुद को इजेक्ट कर लिया था।

रूस और चीन के बाद भारत मिग-21 का सबसे बड़ा ऑपरेटर
रूस और चीन के बाद भारत मिग-21 का तीसरा सबसे बड़ा ऑपरेटर है। 1964 में इस विमान को पहले सुपरसोनिक फाइटर जेट के तौर पर एयरफोर्स में शामिल किया गया था। शुरुआती जेट रूस में बने थे और फिर भारत ने इस विमान को असेंबल करने का अधिकार और तकनीक भी हासिल कर ली थी।
तब से अब तक मिग-21 ने 1971 के भारत-पाक युद्ध, 1999 के कारगिल युद्ध समेत कई मौकों पर अहम भूमिका निभाई है। रूस ने तो 1985 में इस विमान का निर्माण बंद कर दिया, लेकिन भारत इसके अपग्रेडेड वैरिएंट का इस्तेमाल करता रहा है।

2229 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार, 177 करोड़ लागत
मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान की स्पीड 2229 किलोमीटर प्रति घंटा की है। इसकी रेंज 644 किलोमीटर के आसपास थी, हालांकि भारत का बाइसन अपग्रेडेड वर्जन लगभग 1000 किमी तक उड़ान भर सकता है। इसकी लंबाई 15.76 मीटर है। इसकी लागत 177 करोड़ के करीब है। बिना हथियारों के इसका वजन 5200 किलो है, जबकि हथियारों से लैस होने पर वजन 8000 किलो के करीब है।