Shekhawati University शेखावाटी यूनिवर्सिटी की परीक्षा : तीन दिन में दूसरी बार हुई पेपर में गड़बड़ी
हिन्दी मीडियम के छात्रों को दिया अंग्रेजी भाषा में प्रिंट पेपर, छात्रों ने परीक्षा रद्द करने की मांग की
सीकर. पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय की परीक्षा सोमवार को फिर विवादों में घिर गई। इस बार विवाद प्रश्न पत्र की भाषा को लेकर हुआ। दरअसल, सोमवार को बीए सेमेस्टर थर्ड के सॉफ्ट स्किल्स ट्रेनिंग फॉर एम्प्लॉयबिलिटी की परीक्षा थी, जिसका पूरा प्रश्न पत्र केवल अंग्रेजी में छपा था।

ऐसे में हिंदी माध्यम परीक्षार्थियों के लिए प्रश्न पत्र हल करना परेशानी का सबब बन गया। मामले में कई परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों ने विवि के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया। हालांकि मामले में विश्वविद्यालय ने इसे गलती नहीं माना है। विषय की प्रकृति के हिसाब से प्रश्न पत्र के अंग्रेजी में प्रकाशन को सही ठहराया है।
मोरारका कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र सिंह न्योला ने बताया कि पेपर केवल अंग्रेजी भाषा में छपा हुआ था। विद्यार्थियों की शिकायत पर यूनिवर्सिटी को सूचना दे दी गई।
दो दिन पहले 15 फरवरी को एमएससी प्रथम सेमेस्टर में गणित का गलत पेपर खुल गया था। यूनिवर्सिटी ने इसे चूक मानते हुए केंद्राधीक्षकों को 18 फरवरी वाले पेपर का लिफाफा खोलने को कहा। जिसमें 15 फरवरी को होने वाली परीक्षा का पेपर था। तब परीक्षा करवाई गई। इस पूरे प्रकरण में शनिवार की परीक्षा तो हो गई, लेकिन 18 फरवरी का पेपर लीक हो गया।
इस संबंध में विश्वविद्यालय परीक्षा कमेटी के इंचार्ज डॉ. रविंद्र कटेवा का कहना है कि शनिवार को प्रस्तावित परीक्षा और 18 फरवरी को होने वाली परीक्षा के पेपर मानवीय भूल के चलते बदले गए थे। दूसरा लिफाफा खुलवाकर शनिवार को परीक्षा करवा दी गई। अब 18 फरवरी को होने वाली परीक्षा के लिए दूसरा पेपर जारी कर दिया जाएगा। परीक्षा निर्धारित तारीख व समय पर ही होगी।
विकास गुर्जर एबीवीपी इकाई अध्यक्ष ने कहा कि शेखावाटी विश्वविद्यालय परीक्षा में लगातार हो रही गलतियों से परीक्षार्थियों की परेशानी बढ़ने के साथ विवि की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। संगठन विश्वविद्यालय प्रशासन से पेपर रद्द कर उसे दुबारा करवाने की मांग करता है। बोर्ड की तरह विवि के सभी पेपर हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषा में होने चाहिए।