Electricity Bill Update News : राजस्थान के विद्युत उपभोक्ताओं (कृषि को छोड़कर) को बिजली उपभोग करने से पहले पैसा देना ही होगा। डिस्कॉम्स करीब 1.43 करोड़ कनेक्शनधारियों के स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर रहे हैं। इसमें अब पोस्टपेड की सुविधा (उपभोग के बाद भुगतान) नहीं मिलेगी। केवल प्रीपेड सुविधा होगी यानि बिजली उपभोग करने से पहले पैसा (रिचार्ज कराना) देना होगा। इससे बिजली कंपनियों की तिजोरी में बिजली सप्लाई से पहले ही सालाना करीब 50 हजार करोड़ रुपए आ जाएंगे।
स्मार्ट मीटर योजना के तहत जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्कॉम के अधीन आने वाले सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर दिए जाएंगे। हालांकि, कृषि उपभोक्ताओं को इससे फिलहाल अलग रखा गया है।
बिजली निगम झुंझुनूं के एसई महेश टीबड़ा ने बताया कि स्मार्ट मीटर योजना के अंतर्गत झुंझुनूं जिले में दो फेज में कार्य किया जाएगा। पहले चरण में बगड़, चिड़ावा और सूरजगढ़ में मीटर लगाए जाएंगे। उनका मानना है कि स्मार्ट मीटर लगने से बिजली की बचत सुनिश्चित होगी, जिससे सप्लाई बेहतर होगी और उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा।
झुंझुनूं में लगेंगे 5 लाख 5 हजार स्मार्ट मीटर अजमेर डिस्कॉम के अंतर्गत आने वाले झुंझुनूं जिले में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। जिले में कुल 5 लाख 5 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। वर्तमान में सर्वे का कार्य प्रगति पर है और इसके पूरा होते ही स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन का काम चरणबद्ध तरीके से शुरू होगा। बिजली निगम की योजना के अनुसार झुंझुनूं में यह प्रक्रिया दो चरणों में पूरी की जाएगी।
स्पॉट बिलिंग और मोबाइल एप की सुविधा राज्य में पहले से लागू स्पॉट बिलिंग व्यवस्था को स्मार्ट मीटरों के जरिए और सशक्त बनाया जाएगा। अब उपभोक्ताओं को मीटर रीडर मौके पर ही बिल देगा। इसके साथ ही, एक मोबाइल एप के माध्यम से उपभोक्ताओं को रियल टाइम में बिजली खपत की जानकारी, ऑनलाइन बिलिंग और भुगतान की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। यह एप उपभोक्ता के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर डाउनलोड करवाया जाएगा और इससे उपभोक्ता किसी भी समय अपना बिल देख और जमा कर सकेंगे।
डेढ़ करोड़ उपभोक्ताओं के घर लगेगा स्मार्ट मीटर
सरकार की इस नई पहल के तहत करीब डेढ़ करोड़ उपभोक्ताओं के घरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. राज्स सरकार घरों में स्मार्ट मीटर एकदम निशुल्क लगाएगी. सबसे खास बात ये है कि अगर आप ‘प्रीपेड मीटर’ यानी पहले पेमेंट करो, फिर बिजली लो वाली योजना चुनते हैं, तो आपको हर यूनिट पर 15 पैसे तक की छूट मिलेगी. इससे महीने के आखिर में आपके बिजली बिल में काफी राहत मिल सकती है.
स्मार्ट मीटर से मिलेंगे इतने फायदे
स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता रियल टाइम मॉनिटरिंग कर सकेंगे. इसका मतलब अब आप अपने घर, दुकान या फैक्ट्री की बिजली खपत को रियल टाइम में देख सकेंगे. इससे आप लोड मैनेजमेंट कर पाएंगे. यानी जरूरत न होने पर फालतू चल रहे उपकरणों को बंद करके बिजली की बचत कर सकेंगे. स्मार्ट मीटर से बिलिंग में पारदर्शिता आएगी. इससे बिल की गड़बड़ियों से छुटकारा मिलेगा क्योंकि अब बिलिंग प्रोसेस पूरी तरह ऑटोमेटिक होगा. स्मार्ट मीटर के लगने से बिजली के बिलों में शिकायतें कम आएंगी
इसलिए कर रहे बदलाव…
1- ऊर्जा विभाग के अफसरों का कहना है कि केंद्र सरकार ने एजेंडा तय किया है कि देशभर में पुराने मीटर को प्रीपेड स्मार्ट मीटर में बदला जाए। इसके पीछे मंशा डिस्कॉम्स की आर्थिक स्थिति सुधारना और लोगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति करना है।
2- डिस्कॉम्स को पहले ही पैसा मिल जाएगा तो वह भी उत्पादन कंपनियों को समय पर भुगतान कर पाएगी। इससे विलंब शुल्क, पेनल्टी की नौबत नहीं आएगी। बैंकों से लोन लेने की नौबत कम आएगी। बिलिंग जारी करने से लेकर वितरित करने की प्रक्रिया से मुक्ति मिलेगी।
3- उपभोक्ताओं को पन्द्रह पैसे यूनिट की छूट मिलती रहेगी, इसी आधार पर प्लान तैयार किया गया है।