Rajasthan Assembly Election 2023 राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए आगामी 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. निर्वाचन आयोग चुनाव संपन्न कराने की सभी तैयारियों को अमली जामा पहनाने में जुटा है.
प्रदेश की 200 सीटों में से 199 सीटों पर शनिवार (25 नवंबर) को मतदान होगा। प्रदेश की 199 सीटों पर 25 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने सारी तैयारी लगभग मुकम्मल कर ली हैं. 25 नवबंर को होने वाले चुनाव में कुल 5 करोड़ 25 लाख 38 हजार 105 मतदाता अपने मतों का इस्तेमाल करेंगे. वहीं अगर मतदान केंद्र की बात करें तो प्रदेश में कुल 51,900 हजार मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 383 सहायक मतदान केंद्र हैं. वहीं 9,500 क्रिटिकल मतदान केंद्र बनाए गए हैं
मतदाता सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट दे सकेंगे.
इस बार राजस्थान की सभी दो सौ सीटों पर कुल 2605 उम्मीदवारों के जरिए 3436 नामांकन पत्र दाखिल किए गए. नाम वापसी के बाद कुल 1875 प्रत्याशी चुनावी मैदान में बचे थे.
भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। यहाँ की संघीय सरकार प्रत्येक पाँच वर्ष के अंतराल पर चुनाव के माध्यम से चुनी जाती है। देश के नागरिक इस चुनावी प्रक्रिया में सीधे तौर पर भाग लेते हैं।
भारतीय संविधान के अनुसार देश में नियमित, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव आयोजित करने का अधिकार निर्वाचन आयोग को प्राप्त है। चुनाव आयोजित करने एवं चुनाव के बाद के विवादों से संबंधित सभी विषयों को लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 एवं लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के अंतर्गत सम्मिलित किया गया है।
अगर आपका मतदाता सूची में नाम है तो आप वोटर आईडी दिखाकर मतदान कर सकते हैं। हालांकि, मतदान करने के लिए आपके पास वोटर आईडी होना जरूरी नहीं। निर्वाचन आयोग ने मतदाता की पहचान सुनिश्चित करने के लिए कुछ अन्य फोटोयुक्त दस्तावेजों को मान्यता प्रदान की है, जिन्हें दिखाकर आप मतदान कर सकते हैं।
मतदान केंद्र ढूंढें (कहां मतदान करें)
• मतदाता अपना मतदान केंद्र ढूंढने के लिए चुनावी खोज. इन पर जा सकते हैं या वोटर हेल्पलाइन ऐप का उपयोग कर सकते हैं
• मतदाता मतदाता हेल्पलाइन पर कॉल कर सकते हैं, नंबर 1950 है (कृपया डायल करने से पहले अपना एसटीडी कोड जोड़ें)
मतदाता सूची/मतदाता सूची में नाम
आप केवल तभी मतदान कर सकते हैं जब आपका नाम मतदाता सूची (जिसे मतदाता सूची भी कहा जाता है) में शामिल हो। सूची में अपना नाम निम्न में से किसी एक द्वारा सत्यापित करें:
• Electoralsearch.in पर लॉग इन करें
• मतदाता हेल्पलाइन 1950 पर कॉल करना (कृपया डायल करने से पहले अपना एसटीडी कोड जोड़ें)
• एसएमएस अंतरिक्ष 1950 तक (ईपीआईसी का मतलब इलेक्टर्स फोटो आइडेंटिटी कार्ड है जिसे आमतौर पर वोटर आईडी कार्ड के रूप में भी जाना जाता है)। उदाहरण- यदि आपका EPIC 12345678 है तो ECI 12345678 से 1950 पर एसएमएस करें।
• वोटर हेल्पलाइन ऐप डाउनलोड करें
प्रत्येक मतदान केन्द्र पर प्रतीक्षारत मतदाताओं के बैठने की व्यवस्था, पीने के पानी, प्रकाश और छाया की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन दिशा-निर्देशों का पूर्णतः पालन कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक बूथ पर मतदाताओं की मदद के लिए मतदाता सहायता केन्द्र होंगे, जहां प्रशिक्षित वॉलन्टियर्स के साथ बीएलओ उपस्थित रहेंगे। बीएलओ के पास मतदाता सूची भी उपलब्ध रहेगी।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार ऐसे मतदाता, जो फोटो पहचान पत्र प्रस्तुत करने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें अपनी पहचान स्थापित करने के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित 12 वैकल्पिक फोटोयुक्त पहचान दस्तावेजों में से कोई एक दिखाना होगा।
ये पहचान पत्र –
🔹फ़ोटोयुक्त वोटर आईडी कार्ड
🔹आधार कार्ड,
🔹मनरेगा जॉब कार्ड,
🔹ड्राइविंग लाइसेंस,
🔹पेन कार्ड,
🔹भारतीय पासपोर्ट,
🔹फोटो सहित पेंशन दस्तावेज,
🔹पीएसयू, सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र,
🔹बैंक- डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक,
🔹राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के तहत आरजीआई द्वारा जारी स्मार्ट कार्ड,
🔹श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड,
🔹सांसदों-विधायकों, एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक पहचान पत्र
🔹भारत सरकार के सामाजिक न्याय मंत्रालय द्वारा दिव्यांगजनों को जारी यूनिक डिसेबिलिटी आईडी कार्ड
मतदान के लिए आवश्यक डॉक्युमेंट –
🔹मतदान के लिए पहचान पत्र अपने साथ ले जाएं।
🔹मतदान पर्ची साथ ले जावें।
मतदान केंद्र पर ऐसे डाले वोट
• सबसे पहले मतदान अधिकारी मतदाता सूची में आपका नाम जांचेंगे और आपका आईडी प्रूफ जांचेंगे
• दूसरा मतदान अधिकारी आपकी उंगली पर स्याही लगाएगा, आपको एक पर्ची देगा और एक रजिस्टर पर आपके हस्ताक्षर लेगा (फॉर्म 17ए)
• आपको तीसरे मतदान अधिकारी के पास पर्ची जमा करनी होगी और अपनी स्याही लगी उंगली दिखानी होगी और फिर मतदान केंद्र पर जाना होगा
• जब आप मतदान प्रकोष्ठ में प्रवेश करेंगे तब पीठासीन अधिकारी बैलेट यूनिट को वोट डालने के लिए तैयार कर देगें।
ईवीएम पर बटन दबाते वक़्त क्या ध्यान रखना है?
दरअसल ये एक मशीन है जिस पर बटन के बगल में चुनाव में भाग ले रहे उम्मीदवारों के नाम लिखे होते हैं और साथ ही उनकी पार्टियों के चुनाव चिन्ह छपे होते हैं.
उम्मीदवार का नाम उस इलाके में प्रचलित भाषा में लिखा होता है, जहां वोटिंग हो रही हो.
उम्मीदवार की पहचान के लिए चुनाव चिन्ह दिया जाता है ताकि अनपढ़ मतदाताओं को सहूलियत हो.
जब आप वोट देने के लिए तैयार हो जाएं, अपनी पसंद के उम्मीदवार के बगल वाला नीला बटन प्रेस करें.
रुकिये… थोड़ा ठहर भी जाइए… इसका मतलब ये नहीं हुआ कि आपका वोट दर्ज हो गया है.
ये तभी होगा जब आप बीप की आवाज़ सुन लें और ईवीएम की कंट्रोल यूनिट का इंडिकेटर बंद हो जाए.
वीवीपैट मशीन की पारदर्शी विंडो में दिखाई देने वाली पर्ची की जांच करें। उम्मीदवार के क्रमांक, नाम और प्रतीक वाली पर्ची सीलबंद वीवीपैट बॉक्स में गिरने से पहले 7 सेकंड के लिए दिखाई देगी।
यदि आपको कोई उम्मीदवार पसंद नहीं है तो आप NOΤΑ, उपरोक्त में से कोई नहीं दबा सकते हैं; यह ईवीएम का आखिरी बटन है आपने अपना वोट दे दिया है!