Rajasthan Vision Document 2030: राजस्थान विजन 2030 दस्तावेज को जारी करने के लिए आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ 5 अक्टूबर को किया गया।
दस्तावेज जारी करने का शुभारम्भ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर कॉमर्स कॉलेज में आयोजित समारोह में किया। राजस्थान के सभी जिलों में वीसी के माध्यम से भी कार्यक्रम आयोजित किया गया।
Rajasthan Vision 2030 क्या है?
राजस्थान विजन 2030 राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जो राज्य को 2030 तक एक विकसित राज्य बनाने का लक्ष्य रखती है। इस योजना में राज्य के सभी क्षेत्रों में विकास के लिए 11 प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
🔹आर्थिक विकास: राजस्थान को एक विकसित राज्य बनाने के लिए आर्थिक विकास को बढ़ावा देना।
🔹सामाजिक विकास: राज्य के सभी नागरिकों के लिए एक बेहतर जीवन स्तर सुनिश्चित करना।
🔹पर्यावरण संरक्षण: राज्य के पर्यावरण की रक्षा करना।
राजस्थान विजन 2030 के तहत, राज्य सरकार निम्नलिखित लक्ष्यों को प्राप्त करने की योजना बना रही है:
🔹प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करना।
🔹बेरोजगारी दर को 5% तक कम करना।
🔹प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा में 100% साक्षरता दर प्राप्त करना।
🔹महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।
🔹राज्य के पर्यावरण की रक्षा करना।
माननीय मुख्यमंत्री महोदय की घोषणाएं-
ओला, उबर, स्विगी, जोमैटो समेत इंटरनेट आधारित कम्पनियों में काम करने वाले गिग वर्कर्स जैसे डिलीवरी बॉय, कैब चालक इत्यादि को राजस्थान सरकार के साथ पंजीकरण करवाने पर हेलमेट, ड्रेस, शूज इत्यादि रोजमर्रा के सामान खरीदने के लिए 5000 रुपये की एक बारीय सहायता दी जाएगी।
सभी बालिकाओं एवं महिलाओं को रोडवेज का मंथली पास बनवाने पर किराये में 90% छूट दी जाएगी।
अलग-अलग विभागों में मंत्रालयिक कर्मचारियों के पदोन्नति, पदस्थापन, स्थांतरण समेत तमाम कार्यों को एक जगह से संचालित करने के लिए मंत्रालयिक कर्मचारी निदेशालय बनाया जाएगा।
यह घोषणाएं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने आज राजस्थान विजन 2030 के तहत की हैं यह कब लागू होंगे आधिकारिक घोषणा होने पर ही स्पष्ट पता चल पाएगा
12,700 करोड़ रुपए के कार्यों का शिलान्यास
जयपुर के कॉमर्स कॉलेज ग्राउंड पर गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे राज्य स्तरीय समारोह में अशोक गहलोत ने 2030 का विजन डॉक्युमेंट जारी किया। कार्यक्रम में सभी मंत्री, बोर्ड निगमों के अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता मौजूद हैं। इस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने 12,700 करोड़ रुपए के कार्यों का शिलान्यास किया।