भजनलाल शर्मा (Bhajan lal Sharma) को राजस्थान का नया मुख्यमंत्री (Rajasthan New Chief Minister) चुना गया है. बीजेपी (BJP) की तरफ से विधायक दल की बैठक के बाद इसका ऐलान किया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में उनके नाम का ऐलान किया गया.
कौन हैं भजनलाल शर्मा?
राजस्थान के होने वाले नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भरतपुर के रहने वाले हैं, जबकि पार्टी ने उन्हें जयपुर की सांगानेर विधानसभा से टिकट दिया था। भजनलाल शर्मा के पिता का नाम कृष्ण स्वरूप शर्मा हैं। भजन लाल शर्मा का जन्म 15 December 1968 को हुआ, भजनलाल शर्मा की उम्र 56 साल है।
27 साल की उम्र में अटारी गांव में सरपंच का चुनाव जीतकर राजनीति में आए थे।
उसके बाद 2003 में नदबई (भरतपुर) विधानसभा सीट से सामाजिक न्याय मंच से चुनाव लड़ा था, बीजेपी के ही खिलाफ लेकिन भजनलाल शर्मा जी कीं जमानत जब्त हों गई ।
भजनलाल शर्मा 34 साल से राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने 10वीं क्लास 1984 और 12वीं क्लास 1986 में नदबई के गगवाना हाईस्कूल से पास की थी। इसके बाद बीए 1989 में एमएसजे कॉलेज भरतपुर से की थी। 1993 में राजस्थान यूनिवर्सिटी से नॉन कॉलेज स्टूडेंट के तौर पर राजनीति शास्त्र से एमए किया था।
युवा मोर्चा के नदबई मंडल के अध्यक्ष बनकर भजनलाल की बीजेपी में एंट्री हुई थी। नदबई में वे एबीवीपी के अध्यक्ष और प्रमुख रहे, फिर भरतपुर जिले के सह संयोजक और कॉलेज इकाई प्रमुख व जिला सह प्रमुख बने थे।
इसके बाद वे पार्टी में ही तरक्की करते गए थे। युवा मोर्चा भरतपुर के जिला मंत्री, जिला उपाध्यक्ष, जिला महामंत्री और 3 बार जिला अध्यक्ष भी रहे। इसके बाद भाजपा में जिला मंत्री, जिला महामंत्री और जिला अध्यक्ष भी रहे।
1992 में श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में जेल भी जा चुके हैं। 1990 में एबीवीपी के कश्मीर मार्च में भी सक्रिय रूप से जुड़े और उधमपुर तक का मार्च किया था। इस दौरान उन्होंने गिरफ्तारी भी दी थी।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से उनके संबंध पुराने हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से पहले से जेपी नड्डा गोवर्धन परिक्रमा के लिए भरतपुर आते थे, तब भजनलाल भरतपुर के भाजपा जिला अध्यक्ष थे। उस समय से ही उनके करीबी बने हुए हैं।
साथ ही निंबाराम जब आरएसएस के सह प्रांत प्रचारक थे, तब उनका केंद्र भरतपुर था। उस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष होने के नाते भजनलाल की निम्बाराम से भी नजदीकियां बढ़ गई थीं। ऐसे में पूर्व में एबीवीपी से जुड़ाव और संघ का साथ मिलने से संगठन में उन्हें जल्द आगे बढ़ने के मौके मिले।
भजनलाल को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रहे अशोक परनामी, मदन लाल सैनी, सतीश पूनिया और वर्तमान अध्यक्ष सीपी जोशी के साथ महामंत्री के रूप में काम करने का अनुभव भी हैं। भजनलाल प्रदेश महामंत्री के रूप में अपने तीन-तीन साल के दो कार्यकाल पूरे करने के बाद लगातार तीसरी बार भी महामंत्री बने रहे। इससे पहले वे प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे हैं।
56 साल के भजनलाल शर्मा का पैतृक गांव भरतपुर के नदबई कस्बे के अटारी गांव में है। पिता किशन स्वरूप शर्मा और मां गोमती देवी हैं। दोनों अभी अटारी गांव में ही रहते हैं। भजनलाल खेती और खनिज उपकरण की सप्लाई के काम से जुड़े हैं। ये उनका निजी व्यवसाय है। फिलहाल वे जयपुर के मालवीय नगर में रह रहे हैं।
भजनलाल की पत्नी गीता भी पंचायत समिति सदस्य रह चुकी हैं। बड़ा बेटा आशीष प्रतियोगी परीक्षा (RAS) की तैयारी कर रहा है, वहीं छोटा बेटा कुणाल डॉक्टर है
भजन लाल शर्मा पहली बार विधायक बने हैं. वे 4 बार प्रदेश महामंत्री रहे हैं. मूल रूप से भरतपुर के रहने वाले भजन लाल शर्मा RSS और ABVP से जुड़े रहे हैं. भजन लाल शर्मा सांगानेर से विधायक है.
इस सीट को भाजपा का गढ़ कहा जाता है. बीजेपी ने उन्हें पहली बार जयपुर की सांगानेर जैसी सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ाया था. पिछले विधायक का टिकट काटकर भजनलाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया गया था. भजन लाल शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48081 वोटों से शिकस्त दी थी.
भजन लाल शर्मा को संघ और संगठन दोनों का करीबी माना जाता है. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और इस पर सर्वसम्मति से चुन लिया गया.
भजनलाल शर्मा का निवास जयपुर के जवाहर सर्किल पर है. वह मूल रूप से भरतपुर के रहने वाले हैं. वह संगठन में लंबे समय से कार्यरत हैं. वह प्रदेश महामंत्री के तौर पर कार्य करते रहे हैं.
शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो भजनलाल शर्मा राजस्थान विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। उन्होंने 1993 में पॉलिटिक्स में एम.ए किया है।
इतनी संपत्ति के मालिक हैं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
भजनलाल शर्मा के पास 1.40 करोड़ की संपत्ति और देनदारी 35 लाख रुपये है। विधानसभा चुनाव में दिए गए संपत्ति के ब्योरे से संबंधित हलफनामे के मुताबिक, राजस्थान के नए मुख्यमंत्री शर्मा की नेटवर्थ में 115000 रुपये नगद है। बैंक खातों में करीब 11 लाख रुपये जमा है।