राजस्थान के इन 5 जिलों के बीच बनेगा 290 किमी लंबा एक्सप्रेसवे, झुंझुनूं के इन कस्बों से गुजरेगा…

Expressway राजस्थान के इन 5 जिलों के बीच बनेगा 290 किमी लंबा एक्सप्रेसवे, 10 शहरों से गुजरेगा…

WhatsApp Group Join Now
Telegram Join Join Now

राजस्थान सरकार का सरकारी कर्मचारियों के लिए 4 नये आदेश जारी


राजस्थान के इतिहास में पहली बार 9 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की सौगात दी गई है. इसी प्रोजेक्ट में एक ऐसा एक्सप्रेसवे जो राजस्थान के बॉर्डर एरिया को कनेक्ट करेगा. जी हां श्री गंगानगर से कोटपूतली तक  (Ganganagar-Kotputli Green Field Expressway) ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा. जिसकी जिसकी लंबाई 290 किलोमीटर है. गंगानगर जिला पंजाब से सटा हुआ होने के कारण यह एक्सप्रेस वे दोनों राज्यों के व्यापार को भी बढ़ा देगा.

10 शहरों से होकर गुजरेगा…


श्री गंगानगर से कोटपूतली तक बनने वाला एक्सप्रेसवे श्री गंगानगर में रीको इंडस्ट्रियल एरिया बायपास से शुरू होकर कोटपूतली के पास मंडलाना (नारनौल) तक बनाया जाएगा. मंडलाना (नारनौल) के पास बायपास से जोड़ दिया जाएगा. श्रीगंगानगर, नारनौल और कोटपूतली को छोड़कर बाकी के 7 शहर पहली बार एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे. यह एक्सप्रेसवे हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूँ का पहला एक्सप्रेसवे होगा. ये एक्सप्रेसवे राजस्थान की 10 शहरों से होकर गुजरेगा.
1. श्री गंगानगर (श्रीगंगानगर)
2. रावतसर (हनुमानगढ़)
3. नोहर (हनुमानगढ़)
4. भादरा (हनुमानगढ़)
5. सादुलपुर (चूरू)
6. पिलानी (झुंझुनूँ)
7. सूरजगढ़ (झुंझुनूँ)
8. बुहाना (झुंझुनूँ)
9. नारनौल (हरियाणा)
10. कोटपूतली (कोटपूतली-बहरोड़)

शहरों में बनेंगे बाईपास…


वर्तमान समय में कोटपूतली तक जाने के लिए लोगों को 350 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है. शहरों की आबादी से गुजरने के दौरान इस रूट में 6 से 8 घंटे का समय लग जाता है. नया एक्सप्रेसवे शहरों से बायपास बना कर निकाला जाएगा. जिससे वाहनों को किसी भी जाम या घनी आबादी वाले क्षेत्र से नहीं गुजरना पड़ेगा. इस एक्सप्रेसवे का निर्माण हो जाने के बाद दोनों शहरों के बीच सिर्फ तीन घंटे की दूरी रह जाएगी.


इस एक्सप्रेसवे की खासियत…


इस एक्सप्रेसवे पर 50 किमी से पहले कोई भी कट नहीं बनाया जाएगा. जिसकी वजह से वाहनों की रफ्तार लगातार बनी रहेगी और यात्रा सुगम हो जाएगी.

गंगानगर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे 6 लेन का बनेगा. इस पर 80 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाहन चलाए जा सकेंगे. यह दो से 2.5 मीटर ऊंचा बनाया जाएगा और दोनों तरफ ऊंची फेंस से कवर होगा जिससे कोई जानवर इस एक्सप्रेसवे पर नहीं आ सकेंगे और दुर्घटना होने की आशंका घट जाएगी. कम रफ्तार वाले वाहन थ्री व्हीलर, ऊंट गाड़ी, टू व्हीलर, बैलगाड़ी या पशु से चालित अन्य किसी भी प्रकार के वाहनों की एक्सप्रेसवे पर एंट्री नहीं हो पाएगी.

सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर

राजस्थान सरकार का सरकारी कर्मचारियों के लिए 4 नये आदेश जारी