RopeWay शेखावाटी का पहला रोप-वे : जीण माता से काजल शिखर पहुचेंगे 4 मिनट में

Ropway in Jeenmata Sikar शेखावाटी का पहला रोप-वे जीणमाता में शुरू

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सीकर : जीणधाम में शेखावाटी के पहला रोप-वे का उद्घाटन 10 अप्रैल 2024 को हुआ । काजल शिखर तक आसानी से पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को यह अच्छी सुविधा मिली है। कंपनी प्रभारी नितेश ने बताया कि इससे कमजोर व चलने में असमर्थ श्रद्धालुओं को मदद मिलेगी। रैवासा धाम के स्वामी राघवाचार्य महाराज व मेला मजिस्ट्रेट गोविंद सिंह भींचर ने रोप-वे का शुभारंभ किया।

रोपवे से आने जाने का शुल्क

जीण माता से काजल शिखर तक आने-जाने का किराया प्रति श्रद्धालु 120 रुपए के हिसाब से लगेगा। वहीं बच्चों से 70 रुपए लिए जाएंगे। पहाड़ी तक आने-जाने के लिए टोटल 6 रोप-वे ट्रॉली शुरू किए गए हैं। एक बार में 36 व्यक्ति मंदिर से पहाड़ी तक जा और आ सकते हैं। एक रोप-वे ट्रॉली में 6 लोग बैठ सकते हैं। अब 4 मिनट में पूरा होगा 3 घंटे का सफर.

रोपवे कहां से कहां के लिए शुरू हुआ

श्रद्धालुओं को काजल शिखर तक जाने में अब 400 सीढ़ियां नहीं चढ़ने पड़ेगी। चौधरी ने बताया कि रोप-वे से जीणमाता मेले में पर्यटकों व श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा होगा। जीण माता मंदिर से पहाड़ी पर स्थित काजल शिखर माता मंदिर तक इस रोप-वे से जा सकेंगे। इस नौ करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।

Ropeway Jeenmata sikar

इस रोप वे की लंबाई 270 मीटर की है. रोप-वे में श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए 6 ट्रॉलियों लगाई गई है. एक ट्रॉली में 6 श्रद्धालु एक साथ बैठकर सफर कर सकते हैं. प्रति घंटे रोप-वे से लगभग 500 श्रद्धालु सफर कर सकेंगे. रोप-वे के पास श्रद्धालुओं के लिए विश्रामगृह भी बनाया जाएगा. मां जीण भवानी के दर्शनों के लिए देश भर से लगभग 20 लाख श्रद्धालु आते हैं.

Physiotherapy Center Jhunjhunu

प्रत्येक नवरात्रि मेले में 10 लाख श्रद्धालु माता के दर्शनो के लिए आते हैं. इनमें 20 प्रतिशत श्रद्धालु ही 300 फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित काजल शिखर मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच पाते हैं. शेष श्रद्धालु पहाड़ी की ऊंचाई देख काजल शिखर के दर्शन किए बिना ही लौट जाते हैं. यह रोपवे बनने के बाद श्रद्धालु आसानी से जीण माता के दर्शन करने के बाद काजल शिखर के भी दर्शन कर पाएंगे.

राजस्थान का प्रथम रोपवे (Rajasthan’s first ropeway)

राजस्थान का प्रथम रोप वे 20 दिसम्बर 2006 को प्रारंभ किया गया। सामोद वीर हनुमान मंदिर रोप-वे समोद के वीर धाम में 25 मई 2019 को शुरू किया गया है।

भारत का पहला रोपवे

काशी रोपवे भारत का पहला शहरी रोपवे है, और बोलीविया के एमआई टेलीफेरिको के बाद दुनिया का तीसरा शहरी सार्वजनिक परिवहन रोपवे है जो 2014 में खुला