TRAI ने फर्जी कॉल्स और SMS पर लगाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। दूरसंचार नियामक कमर्शियल कॉल्स को लेकर नए नियम लाने वाली है, जिसमें गलती करने वालों के सिम ब्लॉक करने का प्रावधान है। ट्राई ने इससे संबंधित 113 पन्नों का कंसल्टेशन पेपर जारी किया है, जिसमें कमर्शियल यानी मार्केटिंग वाले कॉल और मैसेज को लेकर नए नियम बनाए गए हैं। साथ ही, नियामक ने पिछले दो साल में गलती करने पर ब्लॉक हुए सिम कार्ड का आंकड़ा भी जारी किया है।
दूरसंचार नियामक ने अपने कंसल्टेशन पेपर में रजिस्टर्ड और अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर के लिए नए नियम को लिस्ट किया है, जिसके उल्लंघन पर भारी जुर्माने से लेकर सिम कार्ड ब्लॉक करने तक का प्रावधान जोड़ा गया है। ट्राई के नए नियम के मुताबिक, अगर किसी भी सिम कार्ड से रोजाना 50 से ज्यादा आउटगोइंग वॉइस कॉल और मैसेज किए जाएंगे तो उसकी जांच की जाएगी। जांच में अगर नियमों का दुरुपयोग पाया गया तो सिम कार्ड ब्लॉक कर दिया जाएगा।
नए नियम में क्या होगा?
ट्राई ने अपने कंसल्टेशन पेपर में बताया कि वित्त वर्ष 2022 और 2023 में 59 हजार से भी ज्यादा सिम कार्ड ब्लॉक किए गए हैं। 2022 में कुल 32,032 और 2023 में कुल 27,043 सिम कार्ड ब्लॉक किए गए हैं। अगर, किसी भी नंबर को लेकर दूरसंचार नियामक को शिकायत मिलती है, तो पहले चेतावनी जारी की जाएगी और उसके बाद एक्शन लिया जाएगा। नियामक ने अपने नए कंसल्टेशन पेपर पर 25 सितंबर 2024 तक स्टेकहोल्डर्स की राय मांगी है।
क्यों बनाया जा रहा है ये नियम?
ट्राई ने पाया है कि कई सिम कार्ड से रोजाना बहुत सारे कॉल और मैसेज किए जाते हैं। ये सिम कार्ड अक्सर फर्जी गतिविधियों में इस्तेमाल होते हैं। कहीं न कहीं इसमें टेलिकॉम कंपनियों की ओर से अनलिमिटेड कॉल और मैसेज वाले टैरिफ प्लान भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। इसलिए ट्राई चाहता है कि ऐसे सिम कार्ड्स को पहचान कर ब्लॉक किया जाए।