Student Union Election छात्र संघ चुनाव से जुड़ी बड़ी खबर: प्रदेशभर में नहीं होंगे इस बार छात्रसंघ चुनाव

प्रदेश की कैम्पस राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर

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राज्य सरकार ने मौजूदा 2023- 24 के शैक्षणिक सत्र में छात्र संघ चुनाव नहीं कराने का फैसला किया है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से शनिवार को सभी कुलपतियों व उच्चाधिकारियों की मीटिंग में यह फैसला किया गया है। इसके बाद सभी विवि को इस फैसले की जानकारी के लिए पत्र भेज दिया गया है। पत्र में कहा गया है कि उच्च शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की क्रियान्विति की चुनौती, विश्वविद्यालयों की विभिन्न परीक्षाओं के परिणाम में देरी, चालू सत्र के लिए प्रवेश में देरी से 180 दिन का अध्यापन कार्य कराना चुनौतीपूर्ण होने सहित विभिन्न कारणों से यह फैसला किया गया है।

13 साल बाद छात्रसंघ चुनावों पर रोक, प्रदेशभर में नहीं होंगे इस बार छात्रसंघ चुनाव, उच्च शिक्षा विभाग की ओर से देर रात जारी किए गए आदेश, छात्रसंघ चुनावों में धनबल, भुजबल का खुलकर प्रयोग होने, लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों का उलंघन होने का दिया गया हवाला, वहीं शिक्षण कार्य प्रभावित होने और नई शिक्षा नीति को लागू करने में असुविधा की कही बात

उपाध्यक्ष, राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद द्वारा अवगत कराया गया कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में 2004 से 2009 तक छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाये गये थे। वर्ष 2010 से छात्रसंघ चुनाव करवाये जा रहे हैं। कोविड की विषम परिस्स्थितियों के कारण 2020 एवं 2021 में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाये गये।

कुलपतिगणों द्वारा विद्यार्थियों के छात्रसंघ चुनावों में धनबल एवं भुजबल का खुलकर प्रयोग करने तथा लिंगदोह समिति की सिफारिशों का उल्लंघन होने की स्थिति स्पष्ट की गई। यदि छात्रसंघ चुनाव कराये जाते हैं तो शिक्षण कार्य अत्यधिक प्रभावित होने तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप सेमेस्टर सिस्टम लागू करने में अत्यधिक असुविधा रहेगी।

अतः राज्य वित्त पोषित विश्वविद्यालयों के बैठक में उपस्थित सभी कुलपतिगणों द्वारा व्यक्त किये गये मन्तव्यों को दृष्टिगत रखते हुए तथा व्यापक छात्रहितों में राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में सत्र 2023-24 में छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाने का निर्णय लिया गया है।

पहले भी रद्द हुए थे चुनाव

राजस्थान राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष के अनुसार प्रदेश के विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में 2004 से 2009 तक छात्रसंघ चुनाव नहीं कराए गए थे। इसके बाद 2010 से चुनाव कराए जा रहे हैं। कोविड में 2020 एवं 2021 में छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए।

सीएम ने दिए थे संकेत

युवाओं के एक कार्यक्रम में सीएम गहलोत ने छात्रसंघ चुनाव का मुद्दा उठाकर धनबल के उपयोग व लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के उल्लंघन पर सवाल खड़े किए थे। इसके बाद ही उच्च शिक्षा विभाग ने सभी विवि को पत्र लिखकर चुनाव नहीं कराए जाने की बात कही।